गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुरक्षा के बेहतरीन माहौल में ही निवेश आता है और जब व्यक्ति ही सुरक्षित नहीं रहेगा तो उसकी पूंजी कैसे सुरक्षित रह पाएगी पर, सुरक्षा के इस शानदार माहौल से,अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति से उन लोगों और उनके आकाओं परेशानी होती है जिनके लिए अपराध ही पेशा था, जो अपराध करने को ही बड़प्पन मानते थे।
उन्होंने कहा कि सरकार कानून व्यवस्था को लेकर जीरो टॉलरेंस के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि इससे ही वर्तमान सुरक्षित रहेगा और बेहतर भविष्य के लिए वर्तमान का सुरक्षित रहना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री योगी रविवार को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के समीप बस रहे औद्योगिक गलियारे में गीडा के सेक्टर 27 में बहुराष्ट्रीय कंपनी पेप्सिको की फ्रेंचाइजी मेसर्स वरुण बेवरेजेज के 1170 करोड़ रुपये के निवेश से लगी यूनिट (शीतल पेय बॉटलिंग एवं डेयरी उत्पाद संयंत्र) का औपचारिक उद्घाटन करने के बाद यहां आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं का आह्वान किया है कि वे नौकरी की बजाय उद्यमिता पर अधिक ध्यान दें। रोजगार के लिए और अधिक अवसर पाने के लिए उद्यमिता सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है।
उन्होंने कहा कि आधुनिक विकास की नई ऊंचाइयों को छूने वाले जिन देशों ने उद्यमिता, शोध और नवाचार पर ध्यान दिया है, वही देश आर्थिक परिदृश्य में केंद्र बिंदु में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के रोजगार के लिए, जन आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए जो अवसर चाहिए उनमें निवेश सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। सुखद स्थिति है कि बीते सात साल में उत्तर प्रदेश निवेश का बेहतरीन गंतव्य बन चुका है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 में जब पहली बार उनकी सरकार बनी तो उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को तलाशने के लिए टीम को लगाया गया। टीम ने रिपोर्ट दी कि प्रदेश में 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश आ सकता है। तत्समय 23 करोड़ की आबादी वाले राज्य में मात्र 20 हजार करोड़ के निवेश को लेकर बताया गया कि यूपी में निवेश कौन करेगा। योगी ने कहा कि उन्होंने इस सवाल को चुनौती के रूप में स्वीकार किया और संकल्प लिया कि उत्तर प्रदेश को ऐसा बनाएंगे जहां देश और दुनिया के निवेशक निवेश करने आएंगे। इसके लिए जिस स्पीड में काम किया गया उसका परिणाम रहा कि फरवरी 2023 में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में यूपी को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। इनमें से 10 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों का पीएम मोदी की उपस्थिति में हुए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शिलान्यास हो चुका है जबकि 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतरने के लिए पाइप लाइन में हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा निवेश के रूप में उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास की आस भी बढ़ रही है और रोजगार भी आ रहा है। उन्होंने वरुण बेवरेजेज की गीडा यूनिट का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां पूंजी तो आई ही, प्रशासन ने 48 एकड़ भूमि देकर काम आगे बढ़ाया। नतीजा है कि आजयहां 1500 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। इनमें से 90 प्रतिशत लोग यूपी और यूपी में भी 70 प्रतिशत से अधिक लोग गोरखपुर और आसपास के हैं। उन्होंने कहा कि युवा पहले नौकरी के लिए बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, थाईलैंड या सिंगापुर जाने को विवश होते थे वह आज उन्हें घर के पास ही नौकरी और रोजगार की सुविधा मिल रही है। पर, यह सुविधा अचानक नहीं आई है।
उन्होंने कहा कि गीडा के शिलान्यास के बाद 1998 तक उद्योग लगने का नाम तक नहीं था। धरना प्रदर्शन, लाठी चार्ज, गोली चलने से कोई निवेश के लिए आना नहीं चाहता था। इन समस्याओं का समाधान किया गया, निवेशकों से संवाद बढ़ाया गया जिसका परिणाम है कि बीते तीन-चार सालों में ही गीडा में 12 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि निवेश को धरातल पर उतारने के लिए लैंड बैंक, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का बेहतरीन होना जरूरी है। सरकार ने इन सब पर पूरा ध्यान दिया। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए डिजिटल प्लेटफार्म तैयार किए। निवेश मित्र पोर्टल जहां 450 से अधिक एनओसी के लिए सिंगल विंडो प्लेटफार्म है तो वहीं निवेश सारथी से निवेश एमओयू की मॉनिटरिंग होती है और जब निवेश धरातल पर उतर जाता है तो निवेशकों को इंसेंटिव देने के लिए भी ऑनलाइन व्यवस्था है। साथ ही निवेशकों की समस्याओं के समाधान के लिए सीएम फेलो को भी लगाया गया है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जब सुगमता से कार्यक्रम आगे बढ़ते हैं तो निवेश और रोजगार सृजन भी दिखता है। गीडा में आईजीएल, गैलेंट, अंकुर उद्योग, केयान डिस्टिलरी, ज्ञान डेयरी, तत्वा प्लास्टिक ने भी निवेश किया है। गीडा की तरफ से प्लास्टिक पार्क, फ्लैटेड फैक्ट्री और रेडीमेड गारमेंट पार्क का काम भी युद्ध स्तर पर आग बढ़ाया जा रहा है।