नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं डिजीटल परावर्तन के विषयों पर भारत की उपलब्धियाें को विश्व नेताओं के साथ साझा करने के साथ ही वर्ष 2022-23 के लिए भारत की ओर से इस प्रभावशाली वैश्विक संगठन की अध्यक्षता ग्रहण करेंगे और जी-20 के नेताओं को अगले साल भारत आने का निमंत्रण देंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व में आर्थिक दृष्टि से शक्तिशाली 20 देशों के 17 वें शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बाली रवाना होने से पहले अपने वक्तव्य में कहा, “बाली शिखर सम्मेलन के दौरान, मैं वैश्विक विकास को फिर से पटरी पर लाने, खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन जैसे वैश्विक चिंता के प्रमुख मुद्दों पर जी-20 के अन्य नेताओं के साथ व्यापक चर्चा करूंगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान वह शिखर सम्मेलन में आने वाले कई अन्य देशों के नेताओं से मिलेंगे और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे।
गौरतलब है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रोन , इंडोनिशया के राष्ट्रपति जोको विडोडो , स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज पेरेज कास्टजोन और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन के साथ श्री मोदी की द्विपक्षीय मुलाकातों का कार्यक्रम तय हो चुका है। कोविड महामारी काल के बाद ‘रिकवर टुगेदर, रिकवर स्ट्रॉन्गर’ की थीम पर आयोजित होने वाले इस शिखर सम्मेलन में में तीन सत्र -‘खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा’, ‘स्वास्थ्य’ और ‘डिजीटल परावर्तन’ के विषयों पर आधारित होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 नवंबर को बाली में एक स्वागत समारोह में स्थानीय भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। उन्होंने जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करने को देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण बताते हुए कहा, “हमारे देश और नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण के रूप में, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में भारत को जी-20 की अध्यक्षता सौंपेंगे। भारत आधिकारिक तौर पर 01 दिसंबर, 2022 से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। मैं अगले साल जी20 शिखर सम्मेलन में जी20 के सदस्यों तथा अन्य आमंत्रित लोगों को भी अपना व्यक्तिगत निमंत्रण दूंगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन में अपनी बातचीत के दौरान वह भारत की उपलब्धियों और वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक रूप से सामना करने के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालेंगे। भारत की जी-20 अध्यक्षता “वसुधैव कुटुम्बकम” या “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के थीम पर आधारित होगी, जो सभी के लिए समान विकास और साझा भविष्य के संदेश को रेखांकित करती है।