जेपी की तरह प्रदेश की तानाशाही सरकार को हटा देंगे: अखिलेश यादव

लखनऊ, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल केन्द्र (जेपीएनआईसी) को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार काे कहा कि समाजवादी लोग जयप्रकाश की तरह जनता को जगाकर इस तानाशाही और अत्याचारी सरकार को हटा देंगे। लोक नायक जय प्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर श्री यादव ने पार्टी मुख्यालय में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। उन्होने कहा कि समाजवादी सरकार ने जयप्रकाश जी के नाम पर जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल केन्द्र (जेपीएनआईसी) सोशलिस्ट म्यूजियम बनाया। भाजपा सरकार ने जेपीएनआईसी को बर्बाद कर दिया। इसकी दुर्दशा कर दी है। सरकार इसे बेचना चाहती है। समाजवादियों ने संकल्प लिया है कि भाजपा सरकार चाहे जितना छिपाए और पुलिस लगाकर चाहे जितना रोके हम लोग जेपीएनआईसी नहीं बिकने देंगे।
उन्होने कहा कि जेपीएनआईसी से समाजवादियों का राजनीतिक और भावनात्मक लगाव है। जब इसका शिलान्यास हुआ था, तब नेताजी मुलायम सिंह यादव, जार्ज फर्नांडीज और समाजवादी पार्टी के बहुत बड़े-बड़े नेता मौजूद थे। भाजपा सरकार ने इसे बर्बाद करने के साथ ही छिपा दिया है, जिसमें देश की जनता इसे देख न पाए। जयप्रकाश नारायण ने सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन लाने तथा समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए अपना पूरा जीवन न्यौछावर कर दिया। उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक दिशा को बदलने का काम किया। जय प्रकाश आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों से लड़े, उसके बाद की सरकारों में जो बुराई आयी उसके खिलाफ भी संघर्ष किया और सरकार को जगाने का काम किया। उस समय की सरकार समझती थी कि वह नहीं हटेगी लेकिन जयप्रकाश के सम्पूर्ण क्रांति के आह्वान ने सरकार को हटा दिया। आज भी देश को जेपी के रास्ते की जरूरत है। देश तभी खुशहाल होगा, जब समाजवादी मूल्यों से चलेगा। श्री यादव ने कहा कि समाजवादियों को विरासत में जो-जो चीजें मिली हैं, हम उसे आगे बढ़ाने का संकल्प लेते हैं। हम लोग जयप्रकाश की तरह जनता को जगाकर इस तानाशाही और अत्याचारी सरकार को हटा देंगे। उन्होने कहा कि जय प्रकाश जी ने सम्पूर्ण क्रांति का जो नारा दिया वह आज भी प्रासंगिक है। समाजवादी पार्टी जमीन पर जितना काम करेगी लड़ाई उतना कामयाब होगी। इसलिए समाजवादी लोग जमीन पर संघर्ष करें और जनता को जागरूक करें।
इस अवसर पर एक सवाल के जवाब में श्री यादव ने कहा कि समाजवादियों का सिद्धांत नहीं बदला है। सिद्धांत कभी नहीं बदलता है। जिन कारणों को लेकर जेपी को उस उम्र में बीमारी की हालत में जनता के बीच आना पड़ा, नौजवानों की बात को रखना पड़ा और सम्पूर्णक्रांति का आह्वान करना पड़ा वही परिस्थितियां आज भी है। महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। सरकार नाकाम है। सरकार जनता से दूर जा रही है। पिछड़ो, दलितों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है। जातीय आधार पर भेदभाव हो रहा है। जाति सूचक शब्दों को बोलकर पीड़ा पहुंचाई जा रही है। हाल ही में रायबरेली में वाल्मीकि समाज के नौजवान के साथ जो घटना हुई ऐसी घटनाएं उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही है। पासी समाज के व्यक्ति के साथ घटना हुई है। सरकार हिंसा के रास्ते पर चल रही है। हम लोग जेपी के सिद्धांतों और उनके रास्ते पर चलते हुए किसानों, नौजवानों, छात्रों, मजदूरों आम जनता से भाजपा सरकार को हटाने का आह्वान करते है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी नेता जय प्रकाश नारायण को समर्पित जेपीएनआईसी जैसा अन्य म्यूजियम और स्मारक पूरे देश में कहीं नहीं है। हम लोग इसे देखना और माल्यार्पण करना चाहते थे। लेकिन भाजपा सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए सब कुछ बर्बाद कर दिया। भाजपा बिहार में जेपी के नाम पर किस मुंह से वोट मांगेगी। उन्होने कहा कि जाति के आधार पर भेदभाव के चलते हरियाणा में आईपीएस अधिकारी ने आत्महत्या कर ली और जाति के आधार पर मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंका जा रहा है, यह गंभीर विषय है।
श्री यादव ने कहा कि कि भाजपा के लोग पीडीए से घबराए हुए हैं। भाजपा जातीय समीकरण को अपनी होशियारी और इंजीनियरिंग कहती है। जब उसी से हारने लगती है तो हाईकोर्ट भागते है। भाजपा जो जातिवादी व्यवस्था लागू करती है, उससे बचने के लिए चुनावी मैनेजमेंट और अर्थमेटिक शब्दों का प्रयोग करती है।
तलिबान को लेकर एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि मामला विदेश नीति का है। हमारे विदेश मंत्री तालिबान के विदेश मंत्री का स्वागत कर रहे है। उनके साथ बातचीत हो रही हैं लेकिन यहां मुख्यमंत्री जी तालिबान के बारे में क्या कहते हैं। मुख्यमंत्री भी तालिबान के बारे में कुछ बोल रहे थे। श्री यादव ने कहा कि बिहार चुनाव में जहां-जहां बुलाया जाएगा हम प्रचार के लिए जाएंगे। हम चाहते हैं महिलाओं को अधिकार मिले। आधी आबादी के विकास के बिना कोई समाज खुशहाल नहीं हो सकता है। भाजपा सरकार ने तो आरक्षण ही नहीं लागू किया।