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जैव विविधता के संरक्षण के लिए आर्द्रभूमि को बचाना और जरूरी:भूपेन्द्र यादव

सुल्तानपुर नेशनल पार्क, केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने बुधवार को कहा कि देश में 40 प्रतिशत जैव विविधता आर्द्रभूमि समेटे हुए है जिससे इन स्रोतों को बचाना और जरूरी हो जाता है।

श्री यादव ने विश्व आर्द्रभूमि दिवस के मौके पर हरियाणा के सुल्तानपुर नेशनल पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि तालाब, झील जैसी आर्द्रभूमि देश की धरोहर हैं जिनका संरक्षण बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा पर्यावरण हितैषी है जिसके मद्देनजर सरकार इस क्षेत्र में व्यापक स्तर पर काम कर रही है। सरकार अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में देश को दुनिया का अग्रणी राष्ट्र बनना चाहती है।

उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय न केवल आर्द्रभूमि के संरक्षण पर जोर दे रहा है बल्कि उसके आसपास के क्षेत्र को विकसित करने का भी काम कर रही है जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस काम को तेजी से करने के लिए मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।

श्री यादव ने इससे पहले वहां उपस्थित लोगों को पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने का संकल्प लेते हुए वेटलैंड मित्र के रूप में स्वेच्छा से काम करने का वचन दिलाया।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस मौके पर कहा कि हम लोग प्रकृति का संरक्षण करेंगे तो मानवता के प्रति अपने दायित्व को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रकति की हम रक्षा करते हैं तो प्रकृति हमारी रक्षा करती है। हम प्रकृति के सभी स्रोतों का समन्वय करके चलेंगे तो सभी के लिए अच्छा रहेगा। जीव-जन्तु भी हमारे सहयोगी हैं, उनकी सुरक्षा के साथ-साथ हमें पृथ्वी और जल का भी संरक्षण करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर हरियाणा में इस वर्ष जो वन लगाये जायेंगे, उन्हें ऑक्सी-वन घोषित किया जायेगा। इसके अलावा 75 वर्ष पुराने वृक्षों का संरक्षण करने वाले व्यक्ति को 2500 रुपये प्रति वर्ष की पेंशन दी जायेगी।
केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने इस मौके पर कहा कि प्रकृति की हम रक्षा करते हैं तो प्रकृति हमारी रक्षा करती है।