रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चैयरमैन मुकेश अंबानी ने मोबाइट इंटरनेट के कारोबार में उतरने और इतने बड़े निवेश के कारण स्पष्ट किए हैं। माना जा रहा है कि रिलायंस ने इस परियोजना में 1,50,000 करोड़ रुपये निवेश किए हैं।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में मुकेश अंबानी ने कहा है कि उन्हें टेक्नोलॉजी में विशेष रुचि है। टेक्नोलॉजी प्रेम के कारण ही 70 के दशक में रिलायंस के टेक्सटाइल सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी होने के बावजूद उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और ऊर्जा क्षेत्र में काम करना शुरू किया और अपने टेक्नोलॉजी प्रेम के कारण ही वो मोबाइल इंटरनेट के कारोबार में आए हैं।
मुकेश अंबानी ने अखबार से कहा, “मुझे यकीन है कि आज से 50 साल बाद जब आप इतिहास लिखेंगे तो जो एक तकनीकी मानव सभ्यता को बदल देगी वो है मोबाइल इंटरनेट। 2011 में अस्पष्ट था। 2002 में ज्यादा अस्पष्ट था। लेकिन आज मुझे कोई संदेह नहीं, पूरी दुनिया को कोई संदेह नहीं कि मोबाइल इंटरनेट से जिंदगी बदल सकती है, दुनिया बदल सकती है। ये जरूर है कि आने वाले वक्त में इसमें कई शाखाएं फूटेंगी लेकिन बुनियादी टेक्नोलॉजी के तौर पर इसमें अपार संभावनाएं हैं। और जो लोग थोड़ा खतरा उठाते हैं वही उसका फल पाते हैं।”
जब अखबार ने पूछा कि यानी इस कारोबार में आने के बारे में आपके विचार पूरी तरह स्पष्ट थे? तो अंबानी ने कहा, “कारोबार में, जीतने वाले घोड़े पर दांव लगाना हमेशा अच्छा होता है। लेकिन असल चुनौती सबसे पहले ये जान लेना है कि जीतने वाला घोड़ा कौन है। हमने किसी और से पहले देख लिया था कि मोबाइल इंटरनेट ही जीतने वाला घोड़ा है। मोबाइल इंटरनेट ने पूरी दुनिया को जीता है। पिछले 10 साल में मोबाइल इंटरनेट पर दांव लगाने वाली कंपनियां सबसे ज्यादा फायदे में रही हैं।”
जियो लॉन्चिगं की घोषणा के अगले ही दिन देश के प्रमुख अखबारों में जियो के विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के इस्तेमाल पर सोशल मीडिया में काफी विवाद मचा था। आरोपों को खारिज करते हुए अंबानी ने कहा , “वह मेरे भी प्रधानमंत्री हैं।”अंग्रेजी अखबार इकॉनमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में मुकेश अंबानी ने सफाई देते हुए कहा , “प्रधानमंत्री ने देश को डिजिटल इंडिया का विज़न दिया, जिससे मैं खुद भी काफी प्रेरित हुआ हूं। हमारी यह सर्विस इस विज़न को, देश को और 120 करोड़ भारतीयों को समर्पित है और इसमें कोई राजनीति नहीं है।” अंबानी ने अखबार से कहा है, “ये वक्त है हम सबके साथ आने का और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 1.2 अरब भारतीयों को डिजिटल इंडिया देने के विज़न को पूरा करने समय है।”