लखनऊ, बसपा और भाजपा द्वारा किये जा रहे विकास के झूठे दावों पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पोल खोल अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि बुआजी कहती हैं कि मेट्रो उनकी योजना है। यदि कागज पर 2008 में उनकी योजना थी तो 2012 तक क्यों नहीं शुरू की गई। चार साल क्या करती रहीं।
आज बसपा प्रमुख मायावती और केंद्र सरकार पर अखिलेश ने खुलकर व्यंग्यबाण चलाये। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अपने लिए पीके ढूंढ़ लाई है। हमें भी पीके के रूप में विपक्षी बुआजी मिल गई हैं। बसपा प्रमुख को मुख्यमंत्री इसी नाम से बुलाते हैं। मुख्यमंत्री ने यह बात शुक्रवार को ताज होटल में बजट पैनल परिचर्चा-2016-17 में मुख्य अतिथि की हैसियत से उद्घाटन करने के बाद कही। यह कार्यक्रम लखनऊ विश्वविद्यालय और यूनिसेफ ने संयुक्त रूप से आयोजित किया था। उन्होंने कहा कि बुआजी ने जो एक्सप्रेस बनवाया वह 60 हजार करोड़ के घाटे में हैं। उसके लिए ढेर सारे स्वीटनर दिए गए थे। अब उसको लोन देने वाले बैंकों का क्या होगा। उधार का पैसा तो मिलने वाला नहीं है। बैंक को ही नियम बदलने होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे एचसीएल जैसी प्रतिष्ठित कंपनी को नोएडा से लखनऊ ले आए। अगली बार सरकार बनी तो एचसीएल निश्चित रूप से बुंदेलखंड और पूर्वांचल तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि सपा सरकार का विकास का मॉडल देश में सबसे बेहतर है। किसी के पास इससे बेहतर विकास का माडल हो तो बताएं, वे सुझाव के रूप में इसे स्वीकार करेंगे और अगले चुनाव घोषणा पत्र में शामिल भी करेंगे।
सीएम ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पैसा नहीं दोगे तो कैसे आदर्श गांव बनेंगे। वहां कैसे अस्पताल और अन्य सुविधाएं पहुंचेंगी। हमारी सरकार ने गांव और शहरों के बीच विकास का संतुलन बनाया है।
पूरे चुनावी मूड में आ गए हैं। वे विपक्ष खासकर बसपा प्रमुख मायावती और केंद्र सरकार पर खुलकर व्यंग्यबाण चलाने लगे हैं। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अपने लिए पीके ढूंढ़ लाई है। हमें भी पीके के रूप में विपक्षी बुआजी मिल गई हैं। बसपा प्रमुख को मुख्यमंत्री इसी नाम से बुलाते हैं।
सीएम ने सीधे बसपा पर हमला करते हुए कहा कि एक्सप्रेस-वे का गजट किया, लेकिन काम शुरू क्यों नहीं करवाया। बस ऐसे पार्क बनवाए, जहां गर्मी में पैर भी न रखा जा सके और जहां जीवन ही नहीं है। ऐसा पार्क बनाया, जहां जो जानवर बैठे हैं, वे उठ नहीं सकते और जो जानवर खड़े हैं वे कभी बैठ नहीं सकते।
सीएम ने कहा कि सपा सरकार ने अपने चुनाव के समय यह वादा किया था कि महिलाओं को साड़ी बांटी जाएगी। बाद में जब सरकार बनी तो विचार यह आया कि साड़ी बांटने के लिए उसकी खरीद से लेकर गुणवत्ता को बनाए रखने में राज्य सरकार पर विपक्ष आरोप मढ़ेगा। ऐसे में उचित यह रहेगा कि महिलाओं को समाजवादी महिला पेंशन योजना से जोड़ दिया जाए। अब हर माह यूपी की गरीब और बुजुर्ग 55 लाख महिलाओं को हर माह उनके खाते में पेंशन मिलने लगी है।
केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि रायबरेली में एम्स की अवस्थापना के लिए पिछली सरकार जमीन उपलब्ध नहीं करवा पाई थी। सपा सरकार जब बनी तो कहा कि अगर वाकई यूपी में एम्स बनाना चाहते हैं तो सपा सरकार तुरंत जमीन मुहैया करवाएगी। वैसा ही हुआ। एम्स के लिए भरपूर जमीन मुहैया करवा दी गई। पर दुख उस समय हुआ कि जब एम्स का शिलान्यान किया गया। यूपी के सीएम को बुलाया ही नहीं गया।
सीएम ने गिनाईं उपलब्धियां
अखिलेश ने एक-एक कर अपनी सरकार की सभी उपलब्धियों को जहां गिनाया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में अगर फिर सपा सरकार बनती है तो पूर्वांचल में एम्स और सैनिक स्कूल बनाए जाएंगे। सीएम ने सियासी सरगर्मी को भी इस सम्मेलन में बड़ी सरलता से बढ़ाया और कहा कि केंद्र सरकार ने यूपी के बजट में भारी कटौती की है जिसका असर राज्य सरकार की वित्तीय स्थिति पर पड़ रहा है।