टॉपर कार्तिकेय गुप्ता ने बताया अपनी सफलता का राज

नयी दिल्ली, जेईई (एडवांस) 2019 के शुक्रवार को घोषित नतीजों में शीर्ष पर रहे कार्तिकेय चन्द्रेश गुप्ता ने कहा कि कड़ी मेहनत, सोशल मीडिया से दूरी, साधारण फोन का इस्तेमाल और तनाव से दूर रहने के लिये बैडमिंटन खेलना उनकी सफलता का राज है।

महाराष्ट्र के बल्लारपुर के निवासी कार्तिकेय जेईई (एडवांस) 2019 के कॉमन रैंक लिस्ट में पहले स्थान पर रहे हैं। उन्होंने महाराष्ट्र राज्य बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में 93.69 प्रतिशत अंक हासिल किये थे। कार्तिकेय इंजीनियरों के परिवार से आते हैं। उनके पिता इंजीनियर हैं और कागज निर्माण कंपनी में काम कर रहे हैं। उनके बड़े भाई ने कंप्यूटर साइंस में बी-टेक किया है और वह भी काम कर रहे हैं। कार्तिकेय की मां पूनम ने पीटीआई-भाषा को बताया, “वह बीते दो साल से मुम्बई में एक कोचिंग संस्थान के हॉस्टल में रह रहा था। कक्षाएं लेने के बाद वह रोजाना 6 से 7 घंटे खुद से पढ़ाई करता था।”

पूनम ने कहा कि परिवार को उसके शीर्ष 10 या शीर्ष 5 में आने का भरोसा था क्योंकि उसने परीक्षा में बहुत अच्छा किया था। कार्तिकेय ने गणित में 121, भौतिक विज्ञान में 113 और रसायन शास्त्र में 112 अंक हासिल किये। कार्तिकेय ने कहा जब वह मुम्बई जा रहा था तो उसके परिजन ने उसे स्मार्टफोन दिलाया था, लेकिन उसने उसे लेने से इनकार कर दिया और नोकिया का साधारण फोन लेने को तैयार हो गया। उन्होंने कहा, “मेरे परिजन ने मुझे स्मार्टफोन दिलाया लेकिन मैंने उनसे कहा कि मुझे इसकी जरूरत नहीं है। मैं दो साल तक सोशल मीडिया से दूर रहा। मेरे परिजन जब भी मुझे फोन करते, मैं उनसे बात करता। यहां तक कि हॉस्टल के अन्य छात्र भी स्मार्टफोन की जगह साधारण फोन को तरजीह दे रहे थे।”

कार्तिकेय से जब तनाव से दूर रहने का मंत्र पूछा गया तो उन्होंने कहा रात के खाने के समय दोस्तों से बात करना उनके हॉस्टल में बिताए जीवन का सबसे अच्छा हिस्सा रहा। जेईई (एडवांस) परीक्षा पास करने के बाद अब कार्तिकेय आईआईटी-बंबई से कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहते हैं। आईआईटी रुड़की ने शुक्रवार को जेईई (एडवांस) 2019 की परीक्षा के परिणाम घोषित किये। कुल 1,61,319 परीक्षार्थी बैठे, जिनमें से 38,705 परीक्षार्थियों ने परीक्षा पास की।

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