लखनऊ, नव वर्ष के पहले दिन रविवार को भीषण ठंड और कोहरे की परवाह किये बगैर धार्मिक नगरी वाराणसी,अयोध्या,मथुरा और चित्रकूट समेत उत्तर प्रदेश के अधिसंख्य शहरों में आस्था का सैलाब सारा दिन उमड़ता घुमड़ता रहा। श्रद्धालुओं की अथाह भीड़ को संभालने में सुरक्षा कर्मी मुस्तैद रहे, इसके बावजूद कई स्थानों पर यातायात व्यवस्था छिन्न भिन्न नजर आयी और जाम के हालात बने रहे।
साप्ताहिक अवकाश के दिन नव वर्ष के आगमन को शहरी इलाकों में विशेषकर बेकरारी नजर आयी। भीड़ की आशंका को भांपते हुये धार्मिक स्थलों के आसपास पूजा सामग्री और फूल विक्रेताओं की दुकाने सज गयीं थी। तड़के से ही मंदिरों में घंटे घडियाल की प्रतिध्वनि गूंजने लगी थी और भक्तों की कतारें अपने आराध्य के दर्शन के लिये लग चुकी थी।
यह नजारा आमतौर पर प्रदेश के लगभग हर शहर में देखने को मिला हालांकि वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम, अयोध्या में हनुमान गढ़ी और चित्रकूट में कामदगिरी परिक्रमा स्थल पर तिल रखने को जगह नहीं थी।
इस दौरान अधिसंख्य इलाकों में धूप का नामोनिशान नहीं था और तीखी सर्द हवायें मौसम को और तल्ख बना रही थीं। इसके बावजूद धर्म स्थलों,माल,बाजार,रेस्तरां और सैर सपाटे के अन्य सार्वजनिक स्थल पर्यटकों से गुलजार रहे। मथुरा,अयोध्या,चित्रकूट और वाराणसी में इस दौरान कई स्थानों पर रूट डायवर्जन किया गया था और वाहनो को निर्धारित पार्किंग स्थल तक ही जाने की इजाजत थी।
इसके बावजूद कई स्थानों पर जाम की स्थिति सारा दिन बनी रही और पुलिस कर्मी यातायात काे दुरूस्त करने की कवायद में व्यस्त रहे। चित्रकूट से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार नये साल के पहले दिन पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने कामदगिरि के दर्शन किए और परिक्रमा लगाई एवं अन्न दान किया। अचानक भारी संख्या में श्रद्धालुओं के मंदिर में दर्शन करने के चलते लोग घंटों जाम में फसे रहे। उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की सीमा में पड़ने वाले मंदिर में दोनों राज्यों की तरफ से इंतजाम से अधिक वाहन आ जाने की वजह से रास्ता जाम हो गया। लोग को जाम से बाहर निकलने में घंटों को समय लगा रहा और वाहन रेंगते हुए नजर आए।
मिर्जापुर में नववर्ष के पहले दिन रविवार को यहां विंध्याचल मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पूजा अर्चना की। भक्तों ने नये साल में अपनी सफलता के लिए मां विंध्यवासिनी देवी की अभ्यर्थना कर आशीर्वाद लिया। हाल के वर्षो में मंदिर में इतनी भारी संख्या में भीड़ नहीं देखी गयी है। विंध्य क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी के दरबार में वैसे तो हर दिन भक्तों का रेला रहता है पर आज नये साल के पहले दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु ने हाजिरी लगाई। जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। नई व्यवस्था से तिलमिलाए पंडो और प्रशासन के बीच हल्की नोंकझोंक भी हुई।
जिला अधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि जिला प्रशासन को इस बार भारी भीड़ होने का अनुमान था। लिहाजा इसके लिए पूरी तैयारी पहले ही कर ली गई थी। पूरे क्षेत्र को सेक्टर और जोनल में बाट कर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए थे भगदड़ न होने पाये इसकी पूरी व्यवस्था पहले ही कर ली गई थी। उन्होंने बताया कि विंध्य कॉरिडोर निर्माण के कारण दर्शनार्थियों को कोई अव्यवस्था ना हो इसके लिए इंतजाम किए गए थे।
राजधानी लखनऊ में हनुमान सेतु जाने वाली रोड पर जबरदस्त जाम के हालात रहे। गोसाईगंज से शहीद पथ की ओर जाने वाली रोड लुलु मॉल के सामने भीषण जाम लगा रहा वहीं मुंशी पुलिया की तरफ भीषण जाम लगा रहा। लखनऊ प्राणि उद्यान में दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी जिसके चलते सबसे व्यस्त माने जाने वाले हजरतगंज से जोड़ने वाली सभी रोड पर ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त नजर आयी।
कानपुर में इस्कान मंदिर में श्रद्धालुओं की करीब एक किमी की कतार सारा दिन लगी रही वहीं परमट में आनंदेश्वर मंदिर में सुबह से रात तक दर्शनार्थियों की भीड़ उमडती रही। माल रोड ,तिलक नगर,स्वरूप नगर और पी रोड समेत शहर के कई इलाकों में जाम के हालात सारा दिन नजर आये।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में राज्य के अधिसंख्य इलाकों में घना कोहरा और भीषण ठंड के आसार जताये हैं। इस दौरान धूप के दर्शन दुर्लभ होंगे वहीं शीतलहर चलने से सर्दी और भी सतायेगी। चिकित्सकों ने बुजुर्गो और बच्चों से विशेष एहतियात बरतने की अपील की है। राज्य के कई जिलों में कक्षा आठ तक के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।