लखनऊ , सूचना प्रौद्योगिकी के युग में अब कंपनियां ही नहीं बल्कि आम यूजर्स भी ज्यादा डेटा बैकअप वाली डिवाइस को तवज्जो देने लगें हैं।
मोबाइल फोन,लैपटॉप,टेबलेट या डेस्क टाप कम्प्यूटर की खरीददारी के समय यूजर्स की निगाह ज्यादा डेटा बैकअप वाली डिवाइस पर होती है। यूजर्स का मानना है कि आफिस का काम हो, व्यक्तिगत फाईलें हों, या पुरानी यादें, सब कुछ डिजिटल दुनिया में स्टोर होता है। अगर डिवाईस खराब हो जाए, या गलती से डेटा डिलीट हो जाए या किसी प्राकृतिक संकट या चोरी की वजह से डेटा चला जाए, तो क्या होगा। ऐसे में पछतावे के अलावा कुछ बचा नहीं रह जाता। ऐसे में समझदारी इसी में है कि नियमित अंतराल में डेटा का प्रबंधन करते रहा जाये।
इलेक्ट्रानिक उत्पाद प्रदाता अधिकतर कंपनियां भी डेटा बैकअप के फीचर के साथ अपने उत्पाद की लांचिंग करती है।वेस्टर्न डिजिटल का मानना है कि डब्लूडी माई पासपोर्ट 6टीबी एचडीडी के साथ यूजर्स अपने डेटा को अपने नियंत्रण में लेकर उसे सुरक्षित बना सकते हैं। यह भरोसेमंद और सुरक्षित स्टोरेज प्रदान करती है। इसमें एक्रोनिस ट्रू इमेज सॉफ्टवेयर, एन्क्रिप्शन, पासवर्ड प्रोटेक्शन और बिल्ट-इन बैकअप सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है, जो बैकअप लेना बहुत आसान बना देते हैं।
रिसर्चस्केप द्वारा कराए गए 2025 वेस्टर्न डिजिटल सर्वे के मुताबिक भारत में 71 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने एक बार अपना डेटा खोया है, जबकि 64 प्रतिशत भारतीय उत्तरदाता रोज या हर सप्ताह अपने डेटा का बैकअप लेते हैं। इससे आज के समय में डेटा का बैकअप लेकर रखने का महत्व प्रदर्शित होता है।
कंटेंट क्रिएटर हरीश लालवानी ने अपने अनुभव को साझा करते हुये कहा “‘मैं एक खास क्लाईंट के साथ काम कर रहा था। मैंने एक महीने तक उनके लिए जो भी कंटेंट बनाया, वह वन ड्राईव में सेव था। लेकिन मेरा न केवल स्टोरेज चला गया, बल्कि उसके साथ एक महीने का पूरा काम डिलीट हो गया। मैंने उसका बैकअप लेकर नहीं रखा था, इसलिए मुझे फिर से शुरू से काम करना पड़ा और मैं वह काम समय पर पूरा करके नहीं सौंप पाया। मेरे हाथ से वह क्लाईंट लगभग चला गया। मुझे रातों में नींद नहीं आती थी। मैं तनाव में रहता था लेकिन इस नुकसान ने मुझे बहुत कुछ सिखाया। हमेशा अपने काम के कई बैकअप लेकर रखो।”
फूड इन्फ्लुएंसर कृतेश तनेजा ने कहा “ हमेशा अपने डेटा की तीन प्रतियाँ बनाकर दो अलग-अलग तरह के स्टोरेज में रखें, जैसे एक क्लाउड और एक एक्सटर्नल हार्ड डिस्क ड्राईव (एचडीडी) या क्लाउड और एक नेटवर्क अटैच्ड स्टोरेज (एनएएस) पर। इनमें से एक बैकअप घर से बाहर एक अलग स्थान पर होना चाहिए ताकि आपदा (आग या बाढ़ आदि में) में आपका काम सुरक्षित रहे और आपको उसके लिए ज्यादा समय व मेहनत का नुकसान नहीं हो।”