डीजीपी सुलखान सिंह ने सौंपा कार्यभार, ये होंगे यूपी के नये डीजीपी
December 31, 2017
लखनऊ, डीजीपी सुलखान सिंह आज रिटायर हो रहे हैं। केंद्र में डीजी सीआइएसएफ के पद पर तैनात उत्तर प्रदेश कैडर के आइपीएस अधिकारी ओपी सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस के नए महानिदेशक होंगे।
मुख्य सचिव राजीव कुमार की अध्यक्षता में प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार तथा प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री शशि प्रकाश गोयल की कमेटी ने ओपी सिंह के पुलिस महानिदेशक के पद के नाम पर मुहर लगाई। कमेटी की संस्तुति पर 1983 बैच के आइपीएस अधिकारी ओपी सिंह को प्रदेश का नया पुलिस प्रमुख नियुक्त किया गया है।
इसके साथ ही आनंद कुमार को एडीजी लॉ एंड आर्डर बनाया गया है। प्रदेश सरकार ने नए डीजीपी के कार्यभार ग्रहण करने तक एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार को डीजीपी का कार्यभार संभालने का आदेश दिया है। रविवार को दोपहर में ही डीजीपी सुलखान सिंह ने उन्हें कार्यभार सौंप दिया।प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि ओपी सिंह प्रदेश पुलिस के महानिदेशक का पद तीन जनवरी को संभालेंगे। केंद्र सरकार की कार्यवाही पूरी होने में दो-तीन दिन लग सकते हैं।
यूपी डीजीपी के चयन में बड़ा फेरबदल किया गया। 1983 बैच के आईपीएस अफसर ओपी सिंह को आज चेन्नई से अचानक लखनऊ बुलाया गया है। ओपी सिंह के अलावा कई नामों की चर्चा थी। जिनमें प्रवीण सिंह, शिव कुमार शुक्ला, भावेश कुमार सिंह और रजनीकांत मिश्रा भी लाईन में थे। वरिष्ठता के मामले में ओपी सिंह सबसे लंबे कार्यकाल वाले 7वें नंबर के अफसर हैं। लंबा कार्यकाल और अनुभव ही उनके लिए लिए मुफीद रहा। पदभार संभालने के बाद वो ढाई साल तक उत्तर प्रदेश में डीजीपी के पद पर रहेंगे।
1983 बैच के आईपीएस ओमप्रकाश सिंह मूल रूप से गया, बिहार के निवासी हैं। वह अल्मोड़ा, खीरी, बुलंदशहर, लखनऊ, इलाहाबाद, मुरादाबाद में बतौर एसएसपी काम कर चुके हैं। ओपी सिंह 3 बार लखनऊ के एसएसपी रह चुके हैं। आजमगढ़ और मुरादाबाद के डीआईजी व मेरठ जोन के आईजी भी रह चुके हैं।ओपी सिंह ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के डीजी के पद पर तैनात है। ओपी सिंह राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक के रूप में सेवा कर चुकें हैं।
वीरता के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक प्राप्त ओपी सिंह एकमात्र डीजी रैंक के अधिकारी हैं। उनको एनडीआरएफ में कुछ बेहतरीन मानक संचालन प्रक्रियाओं की शुरुआत करने के लिए श्रेय दिया गया है। नेपाल भूकंप बचाव और राहत कार्यों पिछले वर्ष उन्होंने एसपीजी, सीआरपीएफ व सीआईएसएफ में पहले सेवा की थी। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे हैं और आपदा प्रबंधन में एमबीए की डिग्री उन्हें प्राप्त है।