खार्तूम, सूडान में गुरुवार की रात हुए तख्तापलट के विफल प्रयास के सिलसिले में सुरक्षा बलों ने सेना के 12 अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। ट्रांजिशनल सैन्य परिषद सुरक्षा समिति (टीएमसी) के प्रमुख जमाल उमर इब्राहिम ने शुक्रवार को बयान जारी कर यह जानकारी दी। उनके दावे के मुताबिक टीएमसी ने गुरुवार की रात तख्तापलट के एक प्रयास को विफल कर दिया।
इब्राहिम ने कहा,“देर रात 12 अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है। उनमें से सेना के सात कार्यरत सदस्य हैं और पांच लोग सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इस संबंध में अागे और गिरफ्तारियां संभव है और विशेषकर इस तख्तापलट के आयोजक की गिरफ्तारी होनी बाकी है। स्वतंत्रता एवं परिवर्तन के लिए संघर्ष कर रहे विपक्षी बलों के बीच हुए समझौते के निष्कर्ष को विफल करने के लिए सैन्य तख्तापलट की विफल कोशिश की गयी है।”
टीएमसी और विद्रोहियों के बीच वार्ता की मध्यस्थता करने वाले अफ्रीकी संघ के दूत मोहम्मद एल हेकैन लेबट ने कहा है कि सत्ता साझाकरण सौदे के परिणामस्वरूप बनाई गई संयुक्त समिति को गुरुवार को देर से सूडान की राजनीतिक प्रणाली पर एक मसौदा समझौता प्राप्त करना चाहिए था। लेकिन ऐसा कुछ तकनीकी कठिनाइयों के कारण नहीं हुआ। पिछले हफ्ते श्री लेबैट ने घोषणा की कि टीएमसी और विद्रोही तीन साल की संक्रमण अवधि के लिए देश पर शासन करने के लिए एक संयुक्त संप्रभुता परिषद स्थापित करने के समझौते पर पहुंच गए हैं।
सैन्य और नागरिक अधिकारी परिषद का नेतृत्व करेंगे। दोनों पक्ष बाद में टेक्नोक्रेट से बनी नागरिक सरकार बनाने के लिए भी सहमत हुए हैं। इसके अलावा, उन्होंने जून की शुरुआत में विपक्षी प्रदर्शनकारियों पर हिंसक कार्रवाई की पारदर्शी जांच कराने का भी फैसला किया है।
अप्रैल में सूडान में सैन्य तख्तापलट का प्रयास हुआ था जिसके कई दिनों बाद तक सरकार विरोधी प्रदर्शनों का सिलसिला चला। सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच विद्रोहियों ने सत्ता को नागरिक-नेतृत्व वाली सरकार में स्थानांतरित करने का आह्वान किया। जून की शुरुआत में स्थिति और खराब हो गई जब कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने खार्तूम में सैन्य मुख्यालय के पास एक धरना-प्रदर्शन को तितर-बितर करने के लिए हिंसा का सहारा लिया था।