नई दिल्ली, रविवार को एआईडीएमके विधायक दल का नेता चुने जाने और ओ. पन्नीसेल्वलम के इस्तीफे के बाद तमिलनाडु की राजनीति में तस्वीर बिल्कुल साफ हो गई है कि अब वहां की अगली मुख्यमंत्री चिनम्मा यानि शशिकला होने जा रही है। लेकिन, विपक्षी दल शशिकला को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर कई तरह के सवाल उठा रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, चूंकि शशिकला नटराजन पार्टी की प्राथमिक सदस्य नहीं हैं लिहाजा वह इस पद के हकदार नहीं हैं। खड़गे ने आगे कहा कि अगर ऐसे लोग सरकार चलाएंगे तो लोकतंत्र में अच्छा संदेश नहीं जाएगा। जबकि, दूसरी तरफ डीएमके नेता टीकेएस एलेनगोवन ने कहा कि कोई भी पार्टी लोगों की इच्छा के विरूद्ध नहीं जा सकती है। विधायक भले ही शशिकला को चुने लेकिन लोग शशिकला को मुख्यमंत्री को तौर पर चुनते हैं या नहीं ये आगे देखनेवाली बात होगी। डीएमके नेता ने आगे कहा कि वे एआईडीएमके के अंदरूनी मामले में दखल तो नहीं देंगे क्योंकि वह उनकी पार्टी है। लेकिन, 2011 में जब से एआईडीएमके पार्टी तमिलनाडु की सत्ता में आई है तब से राज्य का भविष्य अंधकारमय हो गया है।