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तांत्रिक चंद्रास्वामी का, लंबी बीमारी के बाद निधन

 नई दिल्ली, अध्यात्मिक गुरु चंद्रास्वामी का मंगलवार को 66 साल की उम्र में निधन हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक वो कई दिनों से डायलिसिस पर थे।इलाज के दौरान उनकी हालत और खराब होती चली गई। महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया। मंगलवार दोपहर 2.56 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

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 तांत्रिक चंद्रास्वामी का निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। पक्षाघात (स्ट्रोक) के कारण उन्हें तीन अप्रैल को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनकी हालत और खराब होती चली गई। महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया। वह पहले से ही किडनी की बीमारी से ग्रस्त थे और डायलिसिस पर चल रहे थे।

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1948 में जन्मे चंद्रास्वामी का असली नाम नेमिचंद था। उन्हें नरसिम्हा राव का आध्यात्मिक गुरु भी कहा जाता है। वर्ष 1991 में उनके प्रधानमंत्री बनने पर चंद्रास्वामी ने दिल्ली के कुतुब इंस्टीट्यूशनल क्षेत्र में अपना आश्रम बनाया था, जिसे विश्व धर्मायतन संस्थान के नाम से जाना जाता है। लोगों की लंबी फेहरिस्त है, जिनमें अभिनेताओं से लेकर देश-विदेश के कई बड़े राजनेताओं के नाम शामिल हैं। उनका नाम कई विवादों में भी जुड़ा। लंदन के व्यवसायी से एक लाख डॉलर की धोखाधड़ी के आरोप में उन्हें वर्ष 1996 में गिरफ्तार किया गया था। इस वजह से उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।

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चंद्रास्वामी का नाम राजीव गांधी के मर्डर से भी जुड़ा। इनकमटैक्स ने चंद्रास्वामी के आश्रम पर छापा मारा, जिसमें आर्म्स डीलर अदनान खाशोगी 11 मिलियन डॉलर करीब 77 करोड़ रुपए के पेमेंट के कागजात मिलने का दावा किया गया। जैन कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि चंद्रास्वामी राजीव गांधी के मर्डर में इन्वॉल्व थे। इन्फोर्समेंट डिपार्टमेंट चंद्रास्वामी के राजीव मर्डर केस के फाइनेंसर होने की जांच कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इन आरोपों के चलते चंद्रास्वामी के विदेश जाने पर रोक लगा दी थी,लेकिन बाद में बैन को हटा लिया गया था।

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