लखनऊ, बीजेपी ने 3 तलाक का विरोध करते हुए कहा है कि यह अमानवीय तो है ही साथ में मुस्लिम बहनों के हितों के जबरदस्त खिलाफ है। बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष स्वाति सिंह ने को यहां कहा कि टेलीफोन पर तीन तलाक कह देने मात्र से किसी की जिन्दगी खराब नहीं की जा सकती है। क्या मुस्लिम बहनों को समानता का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि तलाक यूं तो होना ही नहीं चाहिए लेकिन दुर्भाग्य से यदि जरुरी ही हो तो महिलाओं को भी तलाक देने का अधिकार मिलना चाहिए। सिंह ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को हक दिलाने में वह उनका साथ देंगी। इसके लिए यदि संघर्ष भी करना पडे तो पीछे नहीं हटेंगी। कुछ मुस्लिम बहने 3 तलाक के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय भी गई थीं। उन्होंने कहा कि सम्प्रदाय के आधार पर देश में कोई भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।
वह हैरान हैं कि वोट के लालच में कुछ राजनीतिक दल 3 तलाक का पक्ष लेकर मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय करने में लगे हैं। सिंह ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी(सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के शासनकाल में महिलाओं को न्याय नहीं मिलता। उन्होंने मायावती पर तंज कसते हुए कहा कि महिला होने के बाद भी वह महिलाओ की इज्जत नही करती हैं। मायावती दलित की नहीं दौलत की बेटी है। उन्होंने दलितों को छलने का काम किया है। महिलाओं का सम्मान केवल भाजपा में है जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण वह स्वयं है। उन्होंने मायावती को चुनौती देते हुए कहा कि उनमें दम है तो वह मुझे चुनाव में हराकर दिखाएं। उन्होंने कहा कि मायावती यदि मूर्तियों और पार्कों पर पैसा बहाने के बजाय उद्योगों पर ध्यान दिया होता तो चंहुओर खुशहाली होती। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में भी महिलाओं की आबरू सुरक्षित नहीं है। प्रदेश में हर रोज कहीं न कही महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़ हो रहा है लेकिन मुख्यमंत्री से महिलाओं को न्याय नही मिल रहा है। उन्हें भी न्याय नही मिला। उनके बाद बुलंदशहर की घटना में भी 10 आरोपियों में से सिर्फ तीन लोग ही जेल गए शेष खुलेआम घूम रहे है। सपा में मचे घमासान के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि तमाम घोटालों से ध्यान हटाने के लिए यह सब सब नाटक रची गई है। उनके पति दयाशंकर सिंह की बीजेपी में वापसी के बारे में उनका कहना था कि इसका फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करेगा।