तेजस्वी यादव के साथ राहुल गांधी ने किया लंच, राजनैतिक गलियारे मे मची हलचल
November 18, 2017
नई दिल्ली, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के लंच की खबर ने राजनैतिक गलियारे मे हलचल मचा दी है. दोनों नेताओं के लंच पर मिलने को लेकर राजनीतिक गलियारों में बहस शुरू हो गयी है.
गुजरात चुनाव की तैयारियों में जुटे राहुल गांधी ने अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बीच, तेजस्वी यादव के साथ लंच किया. लंच के दौरान दोनों नेताओं के बीच कुछ अहम मुद्दों पर बातचीत हुई, जिसका ब्यौरा नही मिला है. सूत्रों के अनुसार, दोनों नेता दक्षिण दिल्ली के एक रेस्टोरेंट में दोपहर के भोजन पर मिले. खाने के बहाने हुई इस मुलाकात में मांसाहारी और शाकाहारी, दोनों तरह के व्यंजन थे. तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर इस लंच पर मीटिंग की जानकारी दी है.
Thank you @OfficeOfRG for taking me out for wonderful lunch. Feel appreciated and grateful. Again thanks for taking out time out of ur tight schedule.
‘मुझे शानदार लंच पर ले जाने के लिए राहुल गांधी का बहुत धन्यवाद. मैं राहुल गांधी का कृतज्ञ और आभारी हूं. अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालते हुए लंच पर ले जाने के लिए आपका फिर से धन्यवाद.’
वैसे राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बीच यह दोस्ती पुरानी है. एक दिन पहले ही तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी की तारीफों के पुल बांधते औरप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए ट्वीट किया था. उन्होंने बिना नाम लिये लिखा था कि ‘पप्पू’ जहां एक ओर लोकप्रियता में ऊपर जा रहे हैं, वहीं ‘गप्पू’ नीचे आ रहे हैं. मालूम हो कि गुजरात चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव ने ‘पप्पू’ से राहुल गांधी और ‘गप्पू’ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना करते हुए ट्वीट किया था.
वहीं, अभी हाल ही मे तेजस्वी यादव के जन्मदिन पर, राहुल गांधी ने उन्हें बधाई दी थी. इससे पहले तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर जब महागठबंधन के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले थे, उस समय भी राहुल गांधी ने तेजस्वी यादव का समर्थन करते हुए इस्तीफा देने का दबाव देने से इनकार कर दिया था.
9 और 14 दिसंबर को गुजरात में दो चरण में मतदान होने वाले हैं जिसके कारण राहुल गांधी इन दिनों प्रचार में व्यस्त हैं. ऐसे व्यस्ततम शेड्यूल में राहुल गांधी का तेजस्वी यादव के साथ लंच के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. अनौपचारिक मुलाकात के बावजूद दोनों नेताओं के बीच हुई इस लंच बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसे आने वाले बड़े बदलाव का संकेत मानकर विरोधियों के भी होश फाख्ता हैं.