हैदराबाद, तेलंगाना में यादगिरिगुट्टा की पहाड़ी पर निर्मित एक हजार साल पुराना श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर पुर्नरूद्धार के बाद सोमवार को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिया गया।
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने नये कलेवर में आये मंदिर का औपचारिक रूप से उद्घाटन किया। इस दौरान मंत्री ,विधायक और जन प्रतिनिधियों के साथ-साथ मंदिर का जीर्णोद्धार करने वाले कर्मी भी उपस्थित रहे। मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद लोग उत्सुकता के साथ मंदिर के खुलने का इंतजार कर रहे थे। मंदिर परिसर को परिलोक जैसी सुंदरता दी गयी है और हजारों बल्बों और रंग बिरंगे वंदनवारों से सजाया गया है। मंदिर का मुख्य आकर्षण मंदिर के गोपुरम के ऊपर लगाया गया सोने से मढ़ा कलश है। इस मंदिर का जीर्णोद्धार मुख्यमंत्री का एक ड्रीम प्रोजेक्ट था जिसे पूरा होने में पांच साल से भी अधिक का समय लगा और इस पर 1800 करोड की कुल लागत आयी।
धार्मिक अनुष्ठानों के पूरा होने पर दोपहर के बाद से श्रद्धालुओं को मंदिर के भीतर प्रवेश की अनुमति दे दी जायेगी। मंदिर के उद्घाटन समारोह के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पूरे इंतजाम किये और इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये।