प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के ललितपुर में पाली थाने के अंदर नाबालिक से दुष्कर्म के फरार आरोपी थानाध्यक्ष (एसएचओ) तिलकधारी सरोज को प्रयागराज पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है।
एडीजी, प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश ने बताया कि डीआईजी, कानुपर रेंज की सूचना पर आरोपी की तलाश में पुलिस लगातार प्रयागराज में जुटी थी। इनके मोबाइल की लोकेशन के आधार पर तलाश की जा रही थी। इस दौरान सरोज ने कई मोबाइल बदले।
प्रकाश ने बताया कि फोन की लोकेशन के अाधार पर पहले बांदा में तलाशी की गयी, फिर चित्रकूट में लोकेशन मिली। फिर सरोज के निरंतर संपर्क में चल रहे एक साथी को प्रयागराज में पकड़ कर पूछताछ की गयी। साथी से मिले सुराग के आधार पर सरोज को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पास से गिरफ्तार किया गया। समझा जाता है कि सरोज उच्च न्यायालय इलाके में किसी वकील से कानूनी परामर्श के लिये आया था।
उन्होने बताया कि ललितपुर के अधिकारियाें के नेतृत्व वाली एक पुलिस टीम पहले से प्रयागराज में थी। सरोज को इस टीम के सुपुर्द कर दिया गया। जिसे वह ललितपुर ले जाएगी और अग्रिम कार्रवाई करेगी।
गौरतलब है कि पीड़िता को चार लड़के गत 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गए थे। जहां पर तीन दिन उन लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद 25 अप्रैल को पाली में 13 साल की मासूम पीड़िता को छोड़कर फरार हो गए। बाद में पुलिस ने पीड़िता की मौसी को बुलाकर उसे सौंप दिया। इसके बाद 27 अप्रैल को थानाध्यक्ष ने बयान लेने के लिए पीड़िता को थाने में बुलाया और अपने कमरे में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद उसने पीड़िता की मौसी को बुलाया और उसे साथ भेज दिया।
इसके बाद 30 अप्रैल को पुलिस ने फिर से पीड़िता को थाने बुलाया और थाने से लड़की को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया। जहां उसने चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को अपनी आपबीती सुनाई। इस पर चाइल्ड लाइन वालों ने पीड़िता की मां को बुलाया। जहां लड़की ने बताया कि उसके साथ चार लड़के और एक दरोगा ने दुष्कर्म किया है। जिसके बाद पाली थाने में थानाध्यक्ष सहित 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है।