भोपाल, केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत ने आज कहा कि वर्तमान में देश में करीब 2.68 करोड़ दिव्यांग हैं, जो देश की आबादी का करीब दो प्रतिशत है।
एक सवाल के जवाब में गेहलोत ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘देश में करीब 2.68 करोड़ दिव्यांग हैं। इनमें से करीब पांच प्रतिशत लोग मानसिक रूग्णता, अल्पबुद्धि एवं डाउनसिन्ड्रोम से पीड़ित हैं।’’ दिव्यांगों की बड़ी संख्या के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘पहले दिव्यांगों की केवल सात श्रेणियां थी, लेकिन भाजपा नीत केन्द्र सरकार ने इनकी 21 श्रेणियां कर दी, जिससे इनमें इज़ाफा हुआ है। इससे कोई भी दिव्यांग लाभ से वंचित नहीं रहेगा।’’ गेहलोत ने आगे बताया, ‘‘हम लोगों को पोलियो का टीका एवं अन्य दवाइयां देकर उनकी मदद करने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा, हम दिव्यांगों का उपचार भी कर रहे हैं और यदि कोई उपचार से ठीक नहीं होता है, तो उसे हम विभिन्न प्रकार के उपकरण मुफ्त में भी देते हैं, ताकि दिव्यांगों की तकलीफ कम हो।’’ उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में केन्द्र सरकार ने 10 लाख से अधिक दिव्यांगों को 600 करोड़ रूपये के उपकरण उपलब्ध कराये हैं।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने सरकारी नौकरियों में तीन की जगह अब चार प्रतिशत आरक्षण दिव्यांगों के लिए कर दिया है, जबकि मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ की भाजपानीत सरकारें नौकरियों में उन्हें छह प्रतिशत आरक्षण दे रही हैं।
गेहलोत ने बताया कि इसके अलावा, हम दिव्यांगों को कौशल प्रशिक्षण भी दे रहे हैं और अपना निजी व्यवसाय खोलने के लिए 4-5 प्रतिशत ब्याज पर डेढ़ लाख रूपये तक का कर्ज भी देते हैं। अब तक हमने 46,