दबंगई करने पर मायावती की सख्त कार्यवाही, बसपा सांसद के बेटों को भी नही बख्शा
December 8, 2017
लखनऊ, बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी मे अनुशासन और कानून तोडऩे वालों को सख्ती का संदेश देते हुये, बसपा सांसद के बेटों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। साथ ही मायावती ने बसपा के सभी निर्वाचित लोगों को सख्त हिदायत दी है कि कानून के दायरे में रहकर जनता की सेवा करें।
मायावती ने पार्टी के राज्यसभा सांसद व पूर्व में पश्चिम क्षेत्र के कोर्डिनेटर रहे मुनकाद अली के बेटे को पार्टी से निकाल दिया है। प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि मुनकाद अली के बेटे की शिकायतें मिल रही थी। अपने पिता के प्रभाव का इस्तेमाल कर वे जमीन कब्जाने में लगे थे। शिकायत मिलने के बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया।
मुनकाद के बेटे की पत्नी, हाल में बसपा के टिकट पर मेरठ में किठौर नगर पंचायत की अध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं। उनके बेटों पर दुकान को कब्जाने व दलित की दुकान में तोडफ़ोड़ में शामिल होने का आरोप है। बुधवार को मेरठ बसपा सांसद के बेटों और पूर्व चैयरमैन समर्थकों में विवाद हो गया था। इस दौरान बेटों में थाने में पुलिस के सामने भी दबंगई दिखाई थी। बवाल के दौरान लाठी-डंडे चले और फायरिंग भी की गई। बसपा ने इसे पार्टी के खिलाफ आचरण मानकर कार्रवाई की है।
मायावती ने बताया कि बसपा सत्ता में रहे या बाहर, अपने किसी छोटे बड़े किसी कार्यकर्ता या नेता को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं देती है। बसपा किसी पर न जुल्म ज्यादती न होने देती है और न करने देती है। उन्होंने याद दिलाया कि सरकार में रहते समय एक सांसद और कई विधायकों को कानून हाथ में लेने पर जेल भी भिजवाया था। इसी नीति पर चलते हुए ही राज्यसभा सदस्य मुनकाद अली के बेटों को बसपा से निकाला है।उन्होंने साफ कहा कि नगर निकाय चुनाव में निर्वाचित बसपा कार्यकर्ता अन्य दलों के नेताओं की तरह से आचरण न करें।