दयाशंकर की मां और पत्नी ने कहा-मायावती ने नारी होते हुए नारी का अपमान कराया
July 22, 2016
लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले दयाशंकर सिंह के खिलाफ बसपा कार्यकर्ताओं के यहां हुए प्रदर्शन के दौरान सिंह के परिवार को लेकर हुई नारेबाजी से उनकी पत्नी और बेटी सदमे में हैं। दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाती सिंह का कहना है कि बसपा कार्यकर्ताओं ने कल प्रदर्शन के दौरान उनके परिवार के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों का प्रयोग किया। उनका दावा है कि प्रदर्शनकारियों ने उन्हें और उनकी बेटी को पेश करने की मांग की थी। उनके पति ने गलत बयानी की है, कानून उन्हें सजा देगा लेकिन बसपा कार्यकर्ताओं ने जो अभद्रतम टिप्पणियों का प्रयोग किया है उसके लिए उन्हें कौन सजा देगा। उन्होंने बताया कि वह मायावती और उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट लिखायेंगी। पुलिस ने यदि रिपोर्ट लिखने में आनाकानी की तो वह कानून का सहारा लेंगी। उन्होंने बताया कि उनकी 12 वर्षीय बेटी सदमे में है। कल रात उसे दवा देकर सुलाया गया। मायावती को अपने कार्यकर्ताओं की कृत्य के लिए क्षमा मांगनी चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मेरे पति को पार्टी ने छोडा है, परिवार ने नहीं। वह, उनकी सास और परिवार के अन्य लोग एकजुट होकर लडाई लडेंगे। उन्हें भरोसा है कि उनके परिवार के साथ बहुत सारे लोग जुडेंगे और इस लडाई में उनका साथ देंगे। उन्होंने कहा कि बसपा कार्यकर्ताओं ने जिस भाषा का प्रयोग किया है उससे उनके परिवार को गहरा आघात लगा है।इस बीच, दयाशंकर सिंह की 78 वर्षीय मां त्रेता सिंह ने यूनीवार्ता से कहा कि जिस तरह बसपा के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी की मौजूदगी में हिंसा भडकाने के लिए कार्यकर्ताओं को उकसाया गया वह निन्दनीय और अपराध की श्रेणी में आता है। सिंह ने कहा कि प्रदर्शन में बसपा अध्यक्ष मायावती के कहने पर लोग इकऋा हुए थे और बेटी पेश करो, पत्नी पेश करोके नारे लगा रहे थे। उनकी 12 वर्षीय पोती इससे सदमे में है। उसने जो समाचार चैनलों में देखा उससे उसपर बुरा प्रभाव पडा है। उन्होंने कहा कि मायावती ने स्वयं नारी होते हुए नारी का अपमान कराया और लज्जा भंग करने के लिए उकसाने का काम किया। उन्होंने बताया कि वह आज ही लखनऊ के हजरतगंज थाने में तहरीर देकर रिपोर्ट लिखाएगी। रिपोर्ट नहीं लिखी गई तो अदालत का सहारा लेंगी। गौरतलब है कि मायावती के बारे में अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में बीजेपी ने सिंह को पहले प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटाया और बाद में छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। सिंह ने बसपा अध्यक्ष से माफी भी मांगी थी लेकिन आक्रोशित बसपा कार्यकर्ताओं ने कल लखनऊ में जमकर प्रदर्शन किया। सिंह का पुतला फूंका। उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई। गिरफ्तारी के प्रयास में राज्य के कई इलकों मे छापे मारे गए। प्रदर्शनकारियों ने उनके परिवार के बारे में भी नारेबाजी की।