दरभंगा , ब्रिटिश काल में दरभंगा महाराज के कारखाने में बनाये जाने वाले नील से लेकर चीनी को देश के कोने.कोने में पहुंचाने के साथ ही गुलामी से आजादी तक की दास्तान संजोये 105 साल पुराने वाष्प इंजन को बिहार में पूर्व.मध्य रेलवे के दरभंगा स्टेशन परिसर में प्रतीक के रूप में स्थापित किया गया है।
ब्रिटेन में 21 मार्च 1913 में निर्मित इस वाष्प इंजन को तत्कालीन दरभंगा महाराज कामेश्वर सिंह ने अपने निजी कार्यों के लिए मंगाया थाए जो वर्ष 2014 में दरभंगा पहुंचा। इस 105 साल पुराने इंजन को रेल प्रशासन ने मधुबनी जिले के लोहट गांव स्थित लोहट चीनी मिल से लाकर दरभंगा स्टेशन परिसर में धरोहर के रूप में स्थापित किया गया है।
समस्तीपुर रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक रवींद्र जैन ने आज यहां बताया कि इस ऐतिहासिक वाष्प इंजन को प्राप्त करना गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की स्वीकृति के बाद यह संभव हो पाया। दरभंगा स्टेशन को आकषर्क रूप देने के प्रयास में यह हेरिटेज इंजन काफी महत्वपूर्ण है। यह आज से दरभंगा वासियों और यात्रियों को देखने के लिए उपलब्ध हो गया है।