दर्दनिवारक गोलियां ही मात्र नही हैं, दर्द मिटाने का ईलाज
July 24, 2016
बुखार, जुकाम, कोई पुरानी चोट या मौसम का बदलना, बदन दर्द के उभरने के पीछे ऐसे बहुत से कारण हो सकते हैं। अक्सर इसके लिए लोग बिना सोचे -समझे दर्दनिवारक गोलियां खाकर तकलीफ के खत्म होने का विश्वास कर लेते हैं। क्या वाकई ये सच है, आइए जानें। हड्डियों से लेकर मसल्स तक… शरीर में होने वाले दर्द का असर कैसा और किस तरह का है, यह जानना सबसे ज्यादा जरूरी है। क्या यह दर्द हड्डियों में हो रहा है या फिर मसल्स में? इसी आधार पर डॉक्टर आपको इलाज के तरीके बता सकता है। कई बार इस दर्द की तकलीफ अपने आप भी खत्म हो जाती है। जैसे किसी व्यक्ति को सुबह सोकर उठने के बाद पूरे शरीर में पीड़ा होती है। साथ ही वह खुद को सामान्य रूटीन पूरे करने में भी असमर्थ पाता है लेकिन जैसे-जैसे वह धीरे-धीरे रूटीन के काम निपटाता जाता है, और उसका शरीर एक्टिव होने लगता है, उसे दर्द में भी राहत मिलने लगती है। इसका सीधा सा मतलब यह है कि उस व्यक्ति को नियमित तौर से व्यायाम करने और फिजिकली एक्टिव रहने की जरूरत है। कारण और निदान… साधारण स्तर पर यदि किसी वजह से शरीर में दर्द हो रहा है तो उसके लिए सामान्य घरेलू उपायों से भी राहत पाई जा सकती है। इस तरह के कारणों में शामिल हैं… -बहुत ज्यादा व्यायाम करना या अचानक व्यायाम शुरू करने के शुरुआती दिनों में -लम्बे समय तक बिना रुके किसी एक ही स्थिति में बैठे या खड़े रहकर काम करने में -लम्बी दूरी तक बिना ब्रेक लिए गाड़ी चलाने से -किसी दिन अचानक किसी स्पोर्ट में भाग लेने या अपनी क्षमता से अधिक काम कर लेने से -गलत तरीके से सोने या गलत बिस्तर पर सोने से -गर्भावस्था के दौरान, आदि इन परिस्थितियों में गरम पानी के सेंक, हल्के हाथों से मालिश, आराम करने, हल्दी दूध पीने आदि से आराम मिल सकता है।