ग्रेटर नोएडा के दादरी में बीफ खाने की अफवाह पर पीट-पीटकर मार डाले गए मोहम्मद अखलाक के गांव का अब शुद्धिकरण किया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, अखलाक के गांव बिसहड़ा का शुद्धिकरण सोमवार को गौमूत्र से होगा। गांव के प्रधान संजय राणा ने भी इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि दो महीने पहले बिसाहड़ा गांव में जो कुछ हुआ, उससे यहां की आबो-हवा अशुद्ध हो गई है। ऐसे में शुद्धिकरण जरूरी है। शुद्धिकरण के लिए गौमूत्र मंगवाए गए हैं, जिसका वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बाद सोमवार को पूरे गांव में छिड़काव किया जाएगा। शुद्धिकरण के लिए बनारस से एक साध्वी को भी बुलाया गया है। शुद्धिकरण के बाद सामाजिक सद्भाव और भाईचारा कायम करने के लिए पैदल मार्च निकाला जाएगा, जिसमें सभी समाज के लोग हिस्सा लेंगे।
28 सितंबर की रात अखलाक को एक प्लास्टिक बैग लिए घर से निकलते देखा गया। अखलाक ने इसे कचरे में डाल दिया। वहां मौजूद एक बच्चे ने यह बात लोगों को बता दी। इसका एलान मंदिर के लाउडस्पीकर से किया गया। इसके बाद कुछ लोग अखलाक के घर पहुंचे और उससे मारपीट की। अखलाक की मौत हो गई। हमले में अखलाक का बेटा दानिश घायल हो गया था। अभी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने अखलाक की बेटी शाइस्ता के बयान के बेसिस पर गांव के 8 लोगों को आरोपी बनाया है। इससे गांव के लोग विक्टिम फैमिली से नाराज भी हैं। अखलाक के बेटे दानिश की हालत अब धीरे-धीरे सुधर रही है। पुलिस अब जल्द ही उसका बयान लेगी, फिर गांव के आरोपियों की अरेस्टिंग हो सकती है। बकरीद के एक दिन पहले से बिसहड़ा गांव में एक बछड़ा चोरी हो गया था।
बीफ रखने के शक में यूपी के दादरी में अखलाक के मर्डर और कन्नड़ राइटर कलबुर्गी के मर्डर के बाद इन्टॉलरेंस का मुद्दा भड़का और अवॉर्ड वापसी की शुरुआत हुई। 40 से ज्यादा लेखकों ने साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाए। 13 इतिहासकार और कुछ वैज्ञानिकों ने भी राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाए। इन सभी का आरोप है कि देश में इन्टॉलरेंस यानी असहिष्णुता बढ़ रही है। मोदी सरकार कुछ नहीं कर रही। पीएम भी चुप्पी साधे हुए हैं।