दादरी के बिसहाड़ा गांव में बीफ खाने की अफवाह फैलने के बाद पीट-पीटकर मार डाले गए मोहम्मद अखलाक की फैमिली रविवार को सीएम अखिलेश यादव से मिलने उनके लखनऊ स्थित रेजिडेंस पर पहुंची। उधर, एक अंग्रेजी अखबार ने पुलिस के हवाले से बताया है कि हमले की साजिश एक होमगार्ड ने रची थी। उसकी अखलाक से पहले से ही कोई रंजिश थी। होमगार्ड घटना वाली रात वर्दी में मंदिर पहुंचा और पुजारी को धमकाकर यह एलान करवाया कि अखलाक का परिवार गाय का मांस खाता है। यूपी होमगार्ड्स के इस कॉन्स्टेबल को हिरासत में लिया गया है। होमगार्ड का नाम विनय है। वह बिसहाड़ा गांव का ही रहने वाला है। विनय और अखलाक के बीच पहले से कोई विवाद था। विनय ने ही गोवध की बात कहकर युवाओं के एक ग्रुप को अखलाक के घर पर हमला करने के लिए उकसाया। पुलिस के मुताबिक, 28 सितंबर की रात विनय अन्य दो आरोपियों विशाल और शिवम के साथ रात को गांव पहुंचा। मंदिर के पुजारी सुखदास महात्मा दरवाजा बंद कर रहे थे। विनय ने पुजारी से कहा कि वह इस बात का एलान करे कि गांव में एक गाय को काटा गया है और सभी को मंदिर पर इकट्ठा होना चाहिए। पुजारी ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। वर्दी में पहुंचे विनय ने उसे धमकाया। इसके बाद पुजारी ने एलान कर दिया। जब लोग मंदिर पर इकट्ठे हो गए, तो विनय ने भीड़ से कहा कि अखलाक ने गाय काटी है और उसे सबक सिखाया जाना चाहिए। इस बीच कुछ लड़के यह देखने गए कि अखलाक और उसका बेटा घर पर थे कि नहीं। विनय की अगुआई में भीड़ अखलाक के घर पहुंची और हमला कर दिया।पुलिस सूत्रों के मुताबिक, विनय ने शुरुआत में खुद को घटना का चश्मदीद बताया था। बाद में उसने पुलिस जांच को भटकाने की कोशिश की। उसने पुलिस को बताया कि अखलाक के पशु तस्करों से संबंध हैं। इसके बाद पुलिस को शक हुआ और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पुलिस के मुताबिक, विनय के कबूलनामे के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।