जालंधर, देश के कारागार से मुस्लिम कैदियों के हमेशा भागने वाले बयान के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को आड़े हाथों लेते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के बयान को गंभीरतापूर्वक लेने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि वह हमेशा हल्की और मूखर्तापूर्ण बयानबाजी करते हैं।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तथा केंद्रीय मंत्री विजय सांपला ने आज कहा, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान को गंभीरतापूर्वक लेने की आवश्यकता नहीं है। वह हमेशा हल्की और मूखर्तापूर्ण बयानबाजी करते हैं और सुर्खियों में बने रहते हैं। सांपला ने कहा, कैदी इसलिए कैद में हैं क्योंकि उन्होंने अपराध किया है और अमानवीय कृत्य करते हैं। वह हिंदू और मुस्लिम अथवा सिख और इसाई नहीं होता है। अपराधी केवल अपराधी होता है और उन्हें धार्मिक रंग में रंगने की आवश्यकता नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, अपराधियों और आतंकवादियों के पक्ष में बयानबाजी करने वाले हमारे देश के नेता उन लोगों से प्रभावित होते हैं और मुझे लगता है कि कांग्रेस नेता भी इन कैदियों से प्रभावित हैं। यही कारण है कि वह इसे सांप्रदायिक रंग देने में लगे हुए हैं। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सिमी के आठ आतंकवादियों के मुठभेड़ में मारे जाने पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि जेल तोड़कर हमेशा मुस्लिम कैदी ही क्यों भागते हैं कभी कोई हिंदू कैदी क्यों नहीं भागता। सांपला ने कहा, दरअसल, कांग्रेस पार्टी दिग्विजय को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। कांग्रेस ऐसे मसलों पर सिंह के कंधे पर बंदूक रख कर चलाती है। इसका फायदा कांग्रेस को होता हो अथवा नहीं लेकिन दिग्विजय का भविष्य जरूर खराब हो रहा है जिसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, मैंने इसलिए कहा है कि उनकी बयानबाजी को गंभीरतापूर्वक लेने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि वह हमेशा इस तरह की बयानबाजी कर मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं और उनके बयानों पर कोई चर्चा तक नहीं होती। दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रजत कुमार मोहिंद्रू ने कहा, दिग्विजय सिंह कुछ भी बोल देते हैं। पहले यह खिताब राजद प्रमुख लालू प्रसाद के पास था लेकिन कांग्रेस नेता ने उनसे यह खिताब छीन लिया है इसलिए उनकी बातों पर प्रतिक्रिया देने की आवश्यकता नहीं है। रजत ने कहा, कांग्रेस नेता घटनाक्रमों से अपडेट नहीं रहते हैं और बयान देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। उन्हें मैं बताना चाहता हूं कि पिछले कुछ सालों में उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र तथा पंजाब सहित विभिन्न राज्यों की जेलों से भागने वाले कैदी हिंदू ही थे। यह सूची लंबी चौड़ी है और कांग्रेस नेता को बयान देने से पहले इस बारे में पढ़ना चाहिए था। उन्होंने कांग्रेस नेता को सलाह दी, आतंकवाद के मसले पर कभी कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह देश और आवाम की सुरक्षा से जुड़ा मसला होता है। उन्हें ऐसी बयानबाजी करने से बचना चाहिए जिससे सुरक्षा बलों और पुलिस बलों का मनोबल टूटे।