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दिल्लीवालों की उम्मीदों पर खरा उतर कर निभाएंगे अपनी जिम्मेदारी : आतिशी

नयी दिल्ली,  दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष आतिशी ने मंगलवार को कहा कि आम आदमी पार्टी(आप) दिल्ली की जनता की उम्मीदों पर खरा उतर कर सदन में बैठने की अपनी जिम्मेदारी निभाएंगी।

आतिशी ने दिल्ली विधान सभा सदस्यों के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम में आज कहा,“ मैं उम्मीद करती हूं कि हम सभी दिल्ली की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरकर सदन में बैठने की अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। हमें सदन में इस जिम्मेदारी के साथ बैठना चाहिए कि जो हम जनता की बात रखते हैं, उसे लोग आज ही नहीं, बल्कि सैकड़ो साल तक पढ़ेंगे और देखेंगे।”

‘आप’ नेता ने कहा,“ दिल्ली की जनता ने हम 70 लोगों पर अपना भरोसा दिखाया और इस विधानसभा में अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा है। इस सदन में बैठना सिर्फ एक गरिमा और गर्व की बात नहीं है, बल्कि इस सदन में बैठना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।”

नेता विपक्ष ने कहा,“ इस सदन में जब पहली बार अंग्रेजों ने भारत के लोगों को वोट का अधिकार दिया था। तब एक वोट का अधिकार की एक शुरुआत हुई थी। तब इस सदन में लाला लाजपत राय, पंडित मदन मोहन मालवीय, मोतीलाल नेहरू, विट्ठल भाई पटेल इस सदन में बैठे थे। इस सदन में उन्होंने भारत की आजादी की आवाज उठाई थी। एक सौ 50 साल बीत गए, लेकिन आज जो कुछ इस सदन में याद किया गया, वह इतिहास की किताबों में लिखा गया है और हम सभी उसे याद करते हैं।”

उन्होंने कहा कि जब भारत को आजादी मिली और जब भारत का संविधान बना, तब भारत दुनिया के कुछ ऐसे देश में शामिल था, जिन्होंने अपने देश की महिलाओं तक को वोट देने का अधिकार दिया। जब भारत में महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला था, तब दुनिया में कई ऐसे विकसित देश भी थे, जो महिलाओं को वोट देने का अधिकार नहीं दिए थे।उन्होंने कहा,“ अगर हम सबको निर्णय लेने का अधिकार मिला, हम सबको अगर एक वोट की ताकत मिली तो वह ताकत हमें बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान इस देश को दिया, उससे मिली। उस संविधान की वजह से हमें निर्णय लेने की ताकत मिली।”

आतिशी ने कहा,“आज हम लोग दिल्ली के लोगों के भरोसे के साथ बैठे हैं। हम यहां पर सिर्फ एक पार्टी या दूसरी पार्टी के नहीं, बल्कि यहां बैठा हर व्यक्ति लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व कर रहा है और दिल्ली के लोग बहुत उम्मीद भरी निगाहों से हर व्यक्ति को देख रहे हैं। मैं उम्मीद करती हूं कि हम सब मिलकर आने वाले पांच सालों में दिल्ली के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।”