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दिल्ली पर मंडराया बाढ़ का खतरा, लगातार बढ़ रहा यमुना का जलस्तर

नयी दिल्ली,  हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 40 साल बाद यमुना नदी में सबसे अधिक पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है और जल स्तर 207 मीटर तक जाने का अनुमान है जिससे निचले इलाकों में स्थिति भयावह हो सकती है।

पहाड़ी क्षेत्रों और यमुना नदी के दायरे में आने वाले क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश से हथिनीकुंड बैराज से रविवार को 8.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी पर बने लोहे वाले पुल पर सोमवार सुबह जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया। इसे देखते हुए लोहे वाले पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी संबंधित विभागों की आपात बैठक बुलाई है, जिसमें खतरे से निपटने के लिए उठाये जाने वाले कदमों पर विचार किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि लोहे वाले पुल पर जल स्तर पर चेतावनी का निशान 204.50 मीटर है और आज अपराह्न 10 बजे तक यहां पर जल स्तर 204.80 मीटर हो गया। इसके कारण यमुना की तलहटी में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया है। बारह बजे जल स्तर 204.88 मीटर को पार कर गया है ।

केंद्रीय गृह मंत्रालय की प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा है कि यमुना के दायरे में आने वाले क्षेत्रों में भारी वर्षा से यमुना नदी में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। प्रवक्ता के अनुसार आज शाम छह बजे तक लोहे वाले पुल पर जल स्तर 205.33 मीटर तक पहुंच जाने की आशंका है। पानी में लगातार वृद्धि की आशंका जताते हुए प्रवक्ता ने कहा कि 21 अगस्त को सुबह जल स्तर 207 मीटर तक पहुंच जाने का अनुमान है। वर्ष 1978 में हथिनीकुंड बैराज से सात लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था जिससे दिल्ली में भयंकर बाढ़ आई थी। यमुना के निचले इलाकों के अलावा माडल टाउन समेत कई पाश इलाके भी लबालब हो गए थे।

यमुना में संभावित बाढ़ को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। प्रशासन मुनादी कर यमुना की तलहटी में बसे लोगों को वहां से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कह रहा है। तलहटी से निकाले जाने वाले लोगों के लिए यमुना किनारे के पुश्तों पर टेंट लगाए गए हैं और करीब पांच हजार लोगों को निकाला जा चुका है। प्रशासन ने 44 नावों के साथ ही 27 गोताखोरों की टीमों को अलग-अलग तैनात कर दिया है। अधिकारी खुद मौके पर जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं जिससे कि किसी प्रकार की अनहोनी को टाला जा सके।