दिल्ली में शुद्ध हवा के लिए सौ दिन में बने दो लाख स्वच्छ वायु मित्र

नयी दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के सहयोग से स्थानीय नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण अभियान चलाए जा रहे हैं और राजधानी की आबोहवा को बेहतर बनाने के वास्ते हो रहे इन प्रयासों के तहत तीन माह में दो लाख से ज्यादा सच्चे एवं स्वच्छ वायु मित्र बनाए गये हैं।
वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अनुसार यह पहल कारगर साबित हो रही है और जून से 8 सितम्बर तक इस अभियान के तहत दिल्ली 200000 सच्चे वायु मित्र या स्वच्छ वायु मित्र बनाए गये हैं। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए किये जा रहे जागरूकता प्रयासों और आउटरीच गतिविधियों के माध्यम से 2,00,000 से अधिक प्रतिभागियों को सीधे तौर पर जोड़कर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।
स्वच्छ वायु के लिए नागरिकों को एकजुट करने की प्रगति की यह पहल गत जून से अगस्त के बीच हुई है जिसके तहत इस काम में जुटी टीमों ने अपने प्रमुख अभियान ‘परिवर्तन की सांस – स्वच्छ वायु, नीला आकाश’ के तहत 25 से अधिक जीवंत कार्यशालाओं और जागरूकता कार्यक्रम दिल्ली के विभिन्न इलाकों में आयोजित किए। इन गतिविधियों ने छात्रों, आरडब्ल्यूए और आम जनता को एकजुट किया और उन्होंने दिल्ली के सबसे अधिक वायु प्रदूषित क्षेत्रों में 1,32,481 से अधिक लोगों तक पहुंच बनाई।
मंत्रालय का कहना है कि दिल्ली को वायु प्रदूषण मुक्त बनाने की इस पहल के तहत स्कूल की कक्षाओं से लेकर व्यस्त मेट्रो स्टेशनों, औद्योगिक क्षेत्रों से लेकर हरे-भरे पार्कों तक, इस अभियान ने स्थायी जीवन के लिए सामूहिक ऊर्जा का संचार किया। बच्चे, शिक्षक, अभिभावक, आरडब्ल्यूए नेता और हर वर्ग के नागरिक वायु मित्र शपथ लेने और स्वच्छ वायु के प्रणेता के रूप में कार्य करने के लिए आगे आए।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की माने तो अभियान से प्रमुख प्रदूषण हॉटस्पॉट्स पर कुल 65 से अधिक स्कूलों को जागरूक किया गया जबकि हरे भरे पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए 1750 से अधिक देशी पौधे लगाए और वितरित किए गए। यह अभियान राष्ट्रीय राजधानी के नरेला, बवाना, मुंडका, जहांगीर पुरी, विवेक विहार, रोहिणी, आरके पुरम, ओखला और आनंद विहार सहित नौ प्रमुख हॉटस्पॉट्स तक सफलतापूर्वक चलाया गया। इसके अलावा इस अभियान को कई उच्च-आगमन वाले सार्वजनिक केंद्रों तक भी चलाया गया जिससे इस कार्यक्रम में व्यापक स्तर पर जन भागीदारी सुनिश्चित हुई।
राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ती वायु प्रदूषण की समस्या के निदान के लिए और दिल्ली में स्वच्छ वायु के लिए इन सत्रों और गतिविधियों के जरिए अभियान ने न केवल जागरूकता फैलाई, बल्कि छात्रों को ज़िम्मेदार नागरिक बनने के लिए भी प्रोत्साहित किया। सभी छात्रों ने और अधिक जागरूकता फैलाने, पटाखे न जलाने और दूसरों को भी ऐसा करने से रोकने का संकल्प लिया। इस अभियान ने दिखाया है कि सामूहिक जागरूकता से सामूहिक कार्रवाई होती है। छात्रों ने पर्यावरण-नेता, स्थानीय प्रदूषण कम करने के लिए प्रतिबद्ध आरडब्ल्यूए और नागरिक बनने का संकल्प लिया।





