नयी दिल्ली, दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण में 36 फीसद वाहन और 31 फीसद बायोमास बर्निंग का योगदान को देखते हुए ग्रेप-3 के प्रतिबंध को कड़ाई से पालन करवाने के लिए परिवहन विभाग और दिल्ली पुलिस को निर्देश दिये।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को प्रदूषण को देखते हुए पर्यावरण विभाग और डीपीसीसी के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसके उपरांत उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों के अनुसार दिल्ली के अंदर मौजूदा वायु प्रदूषण में 36 फीसद वाहन प्रदूषण और 31 फीसद बायोमास बर्निंग का योगदान है इसलिए ग्रेप-3 के प्रतिबंध को कड़ाई से पालन करवाने के लिए परिवहन विभाग और दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया गया है। साथ ही बायोमास बर्निंग रोकने के लिए सभी सम्बंधित विभाग को विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
श्री गोपाल राय ने कहा कि सर्दियों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के पीछे बायोमास बर्निंग, वाहनों का प्रदूषण और धूल वजह होती है। इसके साथ- साथ सर्दियों में हवा की गति कम होता है। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान वैज्ञानिकों ने बताया कि अभी दिल्ली और एनसीआर के प्रदूषण में 36 फीसद वाहन प्रदूषण का और 31 फीसद बायोमास बर्निंग का योगदान है। उन्होंने कहा कि ग्रेप-3 के तहत बीएस 3 पेट्रोल और बीएस 4 डीजल एलएमवी (4 पहिया वाहन) के संचालन पर प्रतिबंध लागू है। अगर इसका कोई उल्लंघन करता है तो मोटर व्हीकल्स एक्ट -1988 के तहत 20 हजार रुपये का जुर्मना लगाया जाएगा। इसके लिए परिवहन विभाग द्वारा 84 टीमें लगाई गई है। इसके साथ ही, दिल्ली पुलिस की 284 टीम लगायी गयी है।
उन्होंने कहा कि अभी दो-तीन दिनों तक प्रदूषण की स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी। इसके बाद प्रदूषण की स्थिति में सुधार की संभावना बन रही है। उन्होंने दिल्ली के लोगों से अपील की कि कहीं भी अगर उनको कोई प्रदूषण पैदा करता दिखे तो वह ग्रीन दिल्ली एप पर उसकी शिकायत करें।