ईसाई समाज के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने कहा है कि दुनिया के कुछ हिस्सों में ईसाईयों को महज क्रास धारण करने या बाइबिल रखने पर निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन देशों में बाइबिल को छिपे हुए हथगोलों के रूप में देखा जा रहा है। पोप ने बाइबिल के एक नए संस्करण की प्रस्तावना में लिखा है कि ईसाईयों को क्रास पहनने और ईसा मसीह में आस्था जताने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्हें बाइबिल रखने पर दंडित किया जा रहा है। पोप ने लिखा है, साफ है कि बाइबिल बहुत खतरनाक किताब है। इतनी खतरनाक कि कुछ देशों में इसके साथ हथगोलों जैसा बर्ताव किया जा रहा है। बाइबिल के नए संस्करण को युवाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसका प्रकाशन इस महीने के आखिर तक इटली की ईसाई पत्रिका सिविल्टा कैटोलिका द्वारा किया जाएगा।