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देशभर में पारंपरिक हर्षोल्लास से मनायी गयी महाशिवरात्रि

नयी दिल्ली,  महाशिवरात्रि का पर्व पर शनिवार को देशभर के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा और शिवालय “ हर हर महादेव” व “ बम बम भोले” के जयकारों से गुंजायमान रहे।

इस अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली के सभी प्रमुख शिव मंदिरों पर भक्तों की जबरदस्त भीड़ नजर आयी।राष्ट्रीय राजधानी के चांदनी चौक में स्थित सबसे पुराना श्री गौरी शंकर मंदिर में शनिवार को महाशिवरात्रि बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी। यहां सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे हैं। शिवभक्तों ने आज शुभ अवसर पर उपवास रखकर पवित्र मन से शिव-गौरी की पूजा-अर्चना की है। उन्होंने शिवलिंग पर महादेव-गौरी को प्रसन्न करने के लिए जल, दूध, फूल, बेलपत्र, धतूरा, बेर अर्पित किए हैं। जिसके बाद, शिव प्रेमियों ने हर-हर महादेव के जयकारे लगाए। इस मंदिर में स्थापित लिंग चांदी से बने सांपों से घिरा हुआ है। इसे ब्रह्मांड का केंद्र माना जाता है।

महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में शनिवार को पारंपरिक धार्मिक उत्साह के साथ महा शिवरात्रि मनाई जा रही है और श्रद्धालु अपने ईष्ट का विधिविधान से जलाभिषेक कर रहे हैं।

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में खडकेश्वर मोहल्ले में स्थित शिव मंदिर में व्रती श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। महिला श्रद्धालुओं ने निर्धारित अनुष्ठानों के बाद आज सुबह से ही बेलपत्रों के साथ पूजा की, जिसे आमतौर पर बेल के पत्तों के रूप में जाना जाता है।

तेलंगाना में महाशिवरात्रि का पर्व धार्मिक उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। राज्य में सुबह से ही श्रद्धालु शिव मंदिरों में उमड़ पड़े और भगवान शिव को विशेष अभिषेकर व पूजा अर्चना की। वेमुलावाड़ा में श्री राजा राजेश्वर स्वामी मंदिर और तेलंगाना के केसरगुट्टा में रामलिंगेश्वर स्वामी मंदिर सहित प्रसिद्ध शिव मंदिरों में लोगों का हुजूम देखा गया। भक्त आज रात सामाजिक और धार्मिक निकायों द्वारा आयोजित ‘महा जागरण’ (पूरी रात जागरण) में भाग लेंगे और भजन और पूजा कार्यक्रमों में भाग लेंगे।

ओडिशा में महाशिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिव मंदिरों में पूजा अर्चना की। यहां लिंगराज मंदिर, भुवनेश्वर, लोकनाथ मंदिर, पुरी, ढेंकानाल जिले के कपिलाश में कपिलेश्वर मंदिर, भद्रक जिले के अखंडलामणि मंदिर और कटक के धनेश्वर मंदिर के बाहर आज सुबह तड़के से ही लंबी कतारें देखी गईं। मंदिर में भक्तों की निर्बाध आवाजाही और महाशिव रात्रि के उत्सव के लिए इन मंदिरों में और इसके आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने सपत्नीक महाशिवरात्रि के अवसर पर राजभवन परिसर स्थित राजप्रज्ञेश्वर मंदिर में जलाभिषेक और रूद्राभिषेक कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि व खुशहाली के लिए कामना की। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर लोग श्रद्धा, भक्ति और पूरे उल्लास के साथ देवाधिदेव महादेव की पूजा-अर्चना करते है। यह अवसर शिव एवं शक्ति की आराधना का है। भारतीय संस्कृति में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। करीब पचास लाख से ज्यादा शिव भक्त मंदिरों में पूजा अर्चना कर चुके हैं। नीलकंठ महादेव मन्दिर में सवा चार लाख भक्तों ने दर्शन किए हैं।

मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के भोजपुर मन्दिर में महाशिवरात्रि पर्व पर भक्तों का मेला लगा । प्रसिद्ध भोजपुर मन्दिर में आज से दो दिवसीय भोजपुर उत्सव का आयोजन भी होगा, जिसमें शिव भक्ति आधारित कार्यक्रम होंगे। शाम सात बजे से शुरू होने वाले इस उत्सव में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। राज्य सरकार ने प्रदेश के 11 महत्वपूर्ण शिवालयों में शिवरात्रि पर्व पर भक्तिमय आयोजन रखे हैं।

इसमें प्रमुख रूप से श्री महाकाल उज्जैन, कुंडेश्वर धाम टीकमगढ़, भोजपुर मंदिर रायसेन, पशुपति नाथ मंदिर मंदसौर, चक्की वाले महादेव महू, नागर घाट ओंकारेश्वर, देवी अहिल्या घाट महेश्वर, गोमुख नाथ मंदिर पन्ना, प्राचीन शिव मंदिर देव तालाब रीवा, कोलेश्वर धाम मुरैना और नटेरन-विदिशा शामिल है।