लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने मध्य प्रदेश में निहत्थे और निर्दोष किसानों पर हुई पुलिस फायरिंग में छह किसानों की मौत पर आज गहरा दुख व्यक्त करते हुये राज्य सरकार की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि देश में भाजपा सरकारों का गरीबों, मजदूरों, किसानों एवं अन्य मेहनतकश लोगों के प्रति विरोधी तथा दमनकारी रवैया समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है तथा यह लगातार विभिन्न रूपों में उन पर मुसीबत बनकर टूटता रहता है।
मायावती ने कहा कि बसपा के खासकर मध्य प्रदेश इकाई के लोग किसानों की मांगों के पूर्ण समर्थन में हैं और उनसे पूरी सहानुभूति रखते हैं तथा पीड़ित परिवारों से मिलने जाना भी चाहते हैं, लेकिन वहां की भाजपा सरकार के रवैये के कारण मजबूर हैं। उन्होंने एक बयान में कहा कि देश के करोड़ों गरीबों, मजदूरों, किसानों और अन्य मेहनतकश तबकों के प्रति भाजपा सरकार का रवैया शुरू से ही विरोधी रहा है, यही कारण है कि मोदी सरकार ने केन्द्र में अपनी सरकार बनते ही धन्नासेठों के पक्ष में सबसे पहले नया भूमि अधिग्रहण कानून बनाकर किसानों को उनकी जमीन से बेदखल करने का प्रयास किया और अब जबकि मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं हरियाणा आदि राज्यों के किसान अपनी फसल की उचित कीमत आदि की जायज मोगों को लेकर आन्दोलन कर रहे हैं तो उन पर भाजपा की सरकारें लाठियां एवं गोलियां बरसा रही हैं।
बसपा प्रमुख ने कहा कि किसान वर्ग इस देश की रीढ़ है। सरकारी उदासीनता के कारण यह मेहनतकश समाज काफी बदहाल है। देश के करोड़ों गरीबों और मजदूरों आदि की तरह ही काफी कम आय में भी शान्तिपूर्वक अपना गुजर-बसर करने वाले किसान वर्ग के लोग विभिन्न प्रकार के कर्जो के बोझ तले डूबे हुये हैं। इन्हें कर्ज से मुक्ति चाहिये, जिसके सम्बंध में भाजपा सरकार बार-बार वायदा एवं घोषणा तो करती है लेकिन उसे ईमानदारी से पूरा नहीं करती है।