कानपुर, अब उजालों को यहां वनवास ही लेना पड़ेगा, सूर्य के बेटे अंधेरों का समर्थन कर रहे हैं। पद के लालच में देश के लुटेरों का समर्थन नेता करने से गुरेज नहीं कर रहे। कुछ इन्हीं पंक्तियों के साथ डीएवी काॅलेज में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने शहर आए पदभूषण सम्मानित कवि गोपालदास नीरज ने वर्तमान राजनेताओं द्वारा अमर्यादित बयानबाजी से दुःखी होकर कविता कही।
कवि ने कहा कि आज देश के राजनेता बेपटरी हो गए हैं। वह धन-बल का प्रयोग कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं। गांधी के इस देश में अब जनप्रतिनिधि नहीं रहे, बल्कि सत्ता की चाहत के चलते बाहुबली बन बैठे हैं। यूपी में जिस तरह से अपराध का ग्राफ बढ़ा है, इससे वह काफी दुखी हैं। अखिलेश सरकार को जल्द ही इस पर लगाम कसनी होगी, नहीं तो आने वाले समय में स्थित और भयावह हो जाएगी। कवि की जुबांन से नेताओं के बारे में हर शब्द पर दर्द छलक रहा था। कहा, जिस तरह देश के नेता विधानसभा व लोकसभा में अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, इससे आने वाले युवा पीढ़ी पर गलत प्रभाव पढ़ रहा है। विधायक विधानसभा में काम के बजाए हो हल्ला कर जनता की गाढ़ी कमाई को बर्बाद कर रहे हैं, इस पर पूरे भारत के राजनेताओं को बहस के साथ ही लोकसभा में कानून बनाकर इस पर रोक लगाई जानी चाहिए।
गोपालदास नीरज ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है। इसके लिए अखिलेश सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए। यूपी की सरहद में आने से अब दूसरे राज्य व विदेश के लोग डरते हैं। इससे पहले कभी सूबे की स्थित इतनी खराब नहीं हुई। कानपुर कभी मैनचेस्टर कहा जाता था, लेकिन नेताओं की पाॅलीटिक्स के चलते यह तमगा छिन गया है। जहां पहले रेशम की चादर, लाल इमली की कालीन बनती थी, उस शहर में रेप, लूट, डकैती और अपहरण हो रहे हैं।
कवि ने कहा कि शनिवार को हमारी एक पुस्तक के विमोचन के दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह मंच पर मौजूद थे। वह अच्छे नेता है, लेकिन कब और कहां किस मंच पर किन शब्दों को बोलना है वह भूल जाते हैं। नेता जी को इस पर विचार करना चाहिए। साथ ही यूपी पर बढ़ रहे अपराध को रोकने के लिए बेटे अखिलेश को सलाह देना चाहिए। मोदी के काम की सराहना कवि नीरज ने दो साल के मोदी सरकार के काम-काज की सराहना करते हुए कहा कि मोदी की विदेश नीति के चलते भारत का मान बढ़ा है। मोदी सरकार से मांग करते हुए कहा कि साहित्य के क्षेत्र में उन्हें कुछ करना चाहिए, जिससे कि देश को अच्छे कवि मिल सकें। कश्मीर के बारे में उनका कहना था कि वहां जो कुछ हो रहा है उसके पीछे पाकिस्तान का हाथ हैं। केंद्र व राज्य सरकार को जल रहे कश्मीर की आग को शांत करने के लिए ठोस पहल करनी चाहिए।