नई दिल्ली, लोकसभा चुनावों के समय मोदी सरकार ने प्रतिवर्ष २ करोड़ रोजगार देने का वादा कर बेरोजगारी पर लगाम लगाने का वादा किया था। लेकिन मोदी सरकार का यह वादा भी जुमला ही साबित हुआ। केंद्र सरकार ने राज्यसभा में स्वीकार किया कि देश में बेरोजगारी दर में इजाफा हो रहा है। सबसे खास बात यह है कि सबसे ज्यादा बेरोजगारी पिछड़े वर्ग मे बढ़ रही है। दलितों मे भी बेरोजगारी पिछले कुछ वर्षों मे बहुत तेजी से बढ़ी है लेकिन अभी यह पिछड़े वर्ग से कम है।
राज्यसभा में, प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में योजना राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि कुल मिलाकर बेरोजगारी दर में इजाफा हुआ है, लेकिन यह दर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए अधिक है। मंत्री ने कहा कि कुल बेरोजगारी दर पांच फीसदी है, जबकि यह ओबीसी के लिए 5.2 फीसदी है। साल 2013 में बेरोजगारी दर 4.9 फीसदी, 2012 में 4.7 फीसदी तथा 2011 में 3.8 फीसदी थी। वहीं, अनुसूचित जाति में यह दर साल 2011 में 3.1 फीसदी थी, जो अब बढ़कर पांच फीसदी हो गई है।