नई दिल्ली, कैंसर पीडितों को बेहतर मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए देशभर में 20 नए कैंसर संस्थान स्थपित किए जा रहे हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने सिर और गर्दन के कैंसर पर आयोजित चार दिवसीय अंतररारष्ट्रीय सम्मेलन के मौके पर यह जानकारी दी। यह सम्मेलन कल से शुरू हुआ है।
नड्डा ने कैंसर के रोगियों की देश में बढ़ती संख्या का हवाला देते हुए कहा कि सरकार कैंसर रोगियों के उपचार के लिए हर संभव मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी क्रम में यह तय किया गया है कि हर राज्य में कम से कम एक कैंसर संस्थान हों। ऐसे प्रत्येक संस्थान पर 150 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसके अलावा सरकार की पचास टेरटियारी कैंसर केन्द्र खोलने की योजना भी है। ऐसे प्रत्येक केन्द्र पर 40 से 50 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हरियाणा के झज्झर में 2035 करोड़ रुपए की लागत से बहुत बड़ा कैंसर केन्द्र बनाया जा रहा है। यह मार्च 2018 से काम करना शुरू कर देगा। केन्द्र के निर्माण का काफी कुछ काम पूरा हो चुका है। मार्च 2018 में यह बनकर तैयार हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि कैंसर संस्थान के अलावा देश के उत्तरी, मध्यवर्ती, पूर्वोत्तर और पूर्वी क्षेत्र में ग्यारह नए आयुर्विज्ञान संस्थान भी स्थापित किए जा रहे हैं। ये दिल्ली के एम्स जैसे नहीं बल्कि पूरी तरह एम्स ही होंगे। सम्मेलन का आयोजन इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ हेड एंड नेक ऑनकोलॉजिक सोसाइटी और फॉउंडेशन फॉर हेड एंड नेक ऑनकोलॉजी की ओर से संयुक्त रूप से किया गया था।