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दो नयी टीमों में होगी विस्फोटक जंग

मुंबई, आईपीएल की दो नयी टीमों लखनऊ सुपर जायंट्स और हजरत टाइटंस के बीच आईपीएल के सोमवार को होने वाले मुकाबले में जबरदस्त भिड़ंत होने की पूरी उम्मीद है।

दोनों टीमें अपना अभियान विजयी अंदाज में शुरू करने उतरेंगी। लखनऊ के कप्तान लोकेश राहुल और गुजरात के कप्तान हार्दिक पांड्या हैं और दोनों कप्तानों का लक्ष्य विजयी शुरुआत करना होगा।

नीलामी में 7.5 करोड़ रुपये में टीम के साथ जुड़े इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ मार्क वुड कोहनी में चोट की वजह से पूरी प्रतियोगिता से बाहर हो गए हैं। मार्कस स्टॉयनिस, जेसन होल्डर और काइल मेयर्स भी टीम के साथ आईपीएल के पहले हफ़्ते के बाद ही जुड़ पाएंगे। ये सभी खिलाड़ी अपनी-अपनी राष्ट्रीय टीम की ओर से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में व्यस्त हैं।

क्विंटन डिकॉक पावरप्ले में आक्रामक हो सकते हैं और लंबी पारी भी खेल सकते हैं। लेकिन कप्तान लोकेश राहुल किस अंदाज़ में खेलेंगे, ये देखना दिलचस्प होगा। पिछले तीन सीज़न में मनीष पांडे का स्ट्राइक रेट 127.52 का ही रहा है, पूरी उम्मीद है कि उन्हें नंबर-3 पर खेलने का मौक़ा मिलेगा। लिहाज़ा ये माना जा सकता है कि पावरप्ले में राहुल दूसरे बल्लेबाज़ होंगे जो आक्रामक शैली में खेलें जबकि ऐंकर की भूमिका में मनीष नज़र आ सकते हैं।

मार्कस स्टॉयनिस और दीपक हुड्डा के तौर पर लखनऊ के पास दो ऐसे बल्लेबाज़ भी मौजूद हैं जो पहली ही गेंद से बड़ी-बड़ी हिट लगाने में सक्षम हैं। साथ ही साथ बाएं हाथ के बल्लेबाज़ क्रुणाल पंड्या और वेस्टइंडीज़ के ऑलराउंडर जेसन होल्डर भी ऐसे खिलाड़ी हैं जो वक़्त के हिसाब से अपने खेल में बदलाव ला सकते हैं। इसका मतलब ये हुआ कि बल्लेबाज़ी की ये गहराई राहुल और मनीष को शीर्ष क्रम में खुलकर खेलने की अतिरिक्त आज़ादी देती है।

जैसे-जैसे प्रतियोगिता आगे बढ़ेगी और टीम के संतुलन को ध्यान में रखते हुए – लखनऊ के पास स्टॉयनिस से पारी का आग़ाज़ कराने का विकल्प भी मौजूद रहेगा। दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलते हुए भी स्टॉयनिस ऐसा कर चुके हैं, जबकि बिग बैश लीग में वह अपनी टीम मेलबर्न स्टार्स के लिए नियमित तौर पर सलामी बल्लेबाज़ हैं।

अगर इस टीम के बेंच पर नज़र डालें तो बल्लेबाज़ी में एविन लुईस के अलावा और कोई बड़ा नाम मौजूद नहीं है। लुईस सलामी बल्लेबाज़ी में भी डिकॉक का बैकअप हो सकते हैं, उस परिस्थिति में राहुल को दस्तानों के साथ विकेट के पीछे ज़िम्मेदारी निभानी होगी। इनके अलावा काइल मेयर्स और मनन वोहरा हैं, ये भी शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ ही हैं, जहां पहले से ही लखनऊ के पास कई विकल्प मौजूद हैं।

लखनऊ के पास मौजूद गेंदबाज़ों का विकल्प दूसरी सभी फ़्रेंचाइज़ियों से कहीं ज़्यादा है। उनकी प्लेइंग-XI में ही आठ गेंदबाज़ी विकल्प मौजूद हैं, वुड के नहीं होने के बाद भी टीम में आवेश ख़ान और दुष्मंत चमीरा जैसे तेज़ गेंदबाज़ विकल्प हैं। होल्डर अपनी सटीक लाइन लेंथ के साथ इस फ़ॉर्मैट में काफ़ी कारगर हैं। डेथ ओवर्स में स्टॉयनिस अपने कटर और धीमी गेंदों से बल्लेबाज़ों के लिए मुश्किल पैदा कर सकते हैं। साथ ही साथ टीम में फिरकी गेंदबाज़ों की भी कमी नहीं है, लेग स्पिनर रवि बिश्नोई, ऑफ़ स्पिनर के गौतम, बाएं हाथ स्पिन गेंदबाज़ क्रुणाल पंड्या और ऑफ़ स्पिनर दीपक हुड्डा के तौर पर विपक्षी बल्लेबाज़ों को नचाने वाली स्पिन चौकड़ी भी है।

इन सभी के अलावा शहबाज़ नदीम के तौर पर अनुभवी बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ का भी विकल्प टीम के पास होगा। उत्तर प्रदेश के बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ मोहसिन ख़ान भी दल में शामिल हैं, जिन्होंने मुंबई इंडियंस के साथ भी काफ़ी समय बिताया है। टी20 मैचों में उनका प्रदर्शन भी प्रभावशाली रहा है, मोहसिन ने 26 टी20 में 7.08 की इकॉनमी और 19.33 की औसत से 33 विकेट झटके हैं।

21 वर्षीय लेग स्पिनर रवि बिश्वोई इस टीम के सबसे प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों में से एक हैं, पूरी उम्मीद है कि वह लखनऊ की प्लेइंग-XI में निश्चित जगह बनाएंगे। उनके आत्मविश्वास को तब और बल मिला होगा जब उन्हें प्री-ऑक्शन में 4 करोड़ रुपये में लखनऊ ने रिटेन किया था। रवि अब भारत की ओर से टी20 भी खेल चुके हैं, और अपने डेब्यू मैच में ही प्लेयर ऑफ़ द मैच से नवाज़े गए थे।पिछले सीज़न पंजाब किंग्स की ओर से खेलते हुए सात मैचों में छह बार उन्होंने अपने चार ओवर के स्पेल में 25 या उससे कम रन दिए थे। रवि दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ स्टंप्स पर आक्रमण करते हैं और बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के लिए वह गुगली का बख़ूबी प्रयोग करते हैं।