गोरखपुर, उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनके गुरु और गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ का का पूरा धर्म सेवा और त्याग को समर्पित था और उन्हीं के नेतृत्व में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का आंदोलन एक निर्णायक पड़ाव तक पहुंच पाया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ महाराज की 10वीं पुण्यतिथि पर एक सप्ताह तक चले श्रद्धांजलि समारोह के समापन पर अपने गुरू महंत अवेद्यनाथ को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राम मंदिर निर्माण में उनके योगदान को याद किया और कहा कि राम मन्दिर आंदोलन में उनकेे नेतृत्व ने ही पूरे देश को जागृत करने का काम किया जिसके कारण अयोध्या में श्रीरामजन्म भूमि पर रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महंत अवेद्यनाथ का जीवन धर्म, सेवा, त्याग और नेतृत्व का प्रतीक था। उन्होंने गोरखनाथ मठ की परंपराओं को न केवल संजोया बल्कि समाज के हित में भी इसका उपयोग किया। जीवनभर शिक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में अहम योगदान देने के साथ ही उन्होंने समाज में फैले छूआछूत को मिटाकर हिंदू धर्म को एकजुट करने का कार्य किया।
श्रीदूघेश्वरनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर,श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता तथा दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ ने सामाजिक समरसता को अपने जीवन का ध्येय बना लिया था। उनका स्मरण ऐसे संत के रूप में होता है जिनमें राष्ट्र के सनातनियों की आस्था है। उन्होंने नाथपंथ की लोक कल्याण की परंपरा को धर्म के साथ राजनीति से भी जोडा और पांच बार मानीराम विधानसभा तथा चार बार गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी किया। श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए हुए आंदोलन को निर्णायक पड़ाव देने वाले महंत अवेद्यनाथ ही थे जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
श्रीदूधेश्वरनाथ के श्रीमहंत ने बताया कि समारोह को गोरक्ष पीठाधीश्वर जगतगुरू रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य महाराज विद्या भास्कर ने भी संबोधित किया और कहा कि महंत अवैद्यनाथ ने समाज, देश, धर्म की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। उनके कार्य संसज को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।
जगद्गुरु अनंतानंद द्वाराचार्य काशीपीठाधीश्वर स्वामी डॉ राम कमल दास वेदांती ने कहा कि महंत अवेद्यनाथ ने स्वाभिमानपूर्वक धर्म और राष्ट्र की रक्षा करना सिखाया। उनके नेतृत्व ने ही राम मंदिर आंदोलन को सफल बनाकर अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। प्रदेश के केबिनेट मंत्री स्वतंत्र देवसिंह ने कहा कि महंत अवेद्यनाथ का जीवन हमेशा विश्व भर के लोगों को प्रेरित करता रहेगा।