नई दिल्ली, क्रिकेट विश्वकप विजेता कप्तान महेन्द्र सिंह ने कहा कि उनकी जीवन पर बनी फिल्म एम एस धोनीः द अनटोल्ड स्टोरी का सीक्वल नहीं बने तो ज्यादा अच्छा है। इस शुक्रवार को रिलीज हो रही एम एस धोनीः द अनटोल्ड स्टोरी के प्रचार के लिये यहां पहुंचे धोनी ने कहा इस फिल्म का सीक्वल के बारे में ना ही सोचे तो अच्छा होगा क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो वह बहुत कॉन्ट्रोवर्सिल होगा। धोनी ने कहा इस फिल्म की कहानी मेरे बचपन के दिनों से 2011 क्रिकेट विश्वकप जीतने तक की है लेकिन 2011 के बाद क्रिकेट को लेकर मेरी जिन्दगी में सिर्फ कॉन्ट्रॉवर्सी ही है। उन्होंने कहा एम एस धोनीः द अनटोल्ड स्टोरी में तो शायद कोई विलन नहीं लेकिन सीक्वल में तो विलन ही विलन होंगे। अगर सीक्वल बनती है तो यह दर्शको के लिये काफी रोचक हो सकता है।
2011 के विश्व कप के बाद टीम में खिलाडियों के चयन और कप्तानी को लेकर धोनी कई मौजूदा और पूर्व खिलाडियों के निशाने पर रहे हैं। इस मौके पर धोनी ने कहा फिल्म के साथ सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें मैदान के अंदर के साथ -साथ मैदान के बाहर की भी कहानी है। मैं रांची से जरूर हूं लेकिन मेरे जीवन में खडगपुर का काफी अहम रोल रहा है। ज्यादातर लोगों को यह नहीं पता है कि मैंने अपने जीवन के चार साल वहां कैसे गुजारे है। धोनी ने फिल्म में उनके किरदार निभाने वाले सुशांत सिंह राजपूत की तारीफ करते हुये कहा कि उसने इस भूमिका के लिए काफी मेहनत की है और उसकी मेहनत पर्दे पर दिख भी रही है। उसने लगातार नौ महीने तक क्रिकेट खेलने का प्रशिक्षण लिया था और अब तो ऐसा क्रिकेटर हो गया है कि किसी टूर्नामेंट में क्रिकेट खेल सकता है। धोनी ने कहा फिल्म बनने के दौरान सुशांत मुझसे इतने सवाल पूछता था कि कई बार मुझे गुस्सा आने लगता था लेेकिन अब पता चला कि वह ऐसा क्यों करता था।