सिडनी, ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ दूसरे टी20 के आख़िरी ओवर में श्रीलंका को 30 गज के घेरे के बाहर केवल चार खिलाड़ियों को रखने की इजाज़त दी गई। ऐसे में वह आईसीसी के टी20 में नए ओवर रेट नियम के तहत पेनल्टी पाने वाली पहली पुरुष टीम बन गई है।
इस नए सिस्टम के तहत टीमों को आख़िरी ओवर की शुरुआत पारी की शुरुआत होने के बाद 85वें मिनट में करनी है। श्रीलंका ऐसा नहीं कर पाई और कप्तान दसुन शनाका को बाउंड्री से एक खिलाड़ी 30 गज घेरे में रखने के लिए कहा गया। यह ओवर पदार्पण कर रहे नुवान तुषारा ने किया और 16 रन खाए, जहां पर मैथ्यू वेड ने लेग साइड पर एक छक्का और एक चौका लगाया।
उन्होंने कहा, “टी20 क्रिकेट की आलोचना की जाती है कि कभी-कभी खेल लंबा हो जाता है, इसलिए यदि वह पेनल्टी है, तो आपको एक गेंदबाज़ को बताना होगा कि आप 30 गज के घेरे के बाहर पांच नहीं चार खिलाड़ियों के साथ गेंदबाज़ी कर रहे हें। यह एक बहुत स्पष्ट विकल्प है जिसे वह चाहते हैं। चार पुरुषों के साथ गेंदबाज़ी करना बहुत मुश्किल है। मुझे लगता है कि आप उस नियम को संभावित रूप से मैच को बदलते हुए देखेंगे और मुझे इसे देखना अच्छा लगा है। मेरे लिए इन-गेम पेनाल्टी, टीमों को खेल को धीमा करने से रोकने का एकमात्र तरीका है।”
नया नियम महिला टी20 में एक बार पहले ही लागू हो चुका है, ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में महिला ऐशेज़ के पहले टी20 के दौरान धीमी ओवर दर के लिए दंडित किया, मेगन शट को सर्कल के बाहर केवल चार क्षेत्ररक्षकों के साथ गेंदबाज़ी कराई गई, जब उन्होंने इंग्लैंड की पारी का अंतिम ओवर शुरू किया था।
धीमी ओवर की दरों के लिए पिछले दंड में कप्तानों को निलंबित करना और उनकी मैच फ़ीस के कुछ हिस्सों पर जुर्माना लगाना शामिल था। एकदिवसीय सुपर लीग और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप दोनों में टीमें धीमी ओवर दरों के लिए लीग अंक भी खो सकती हैं।