इटावा, चंबल घाटी की बदनाम छवि को बदलने के इरादे से उत्तर प्रदेश के इटावा के बीहड़ों में स्थापित सफारी पार्क नये साल की पूर्व संध्या पर रविवार को प्राकृतिक माहौल में वन्यजीवों के दीदार करने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक सफारी पहुंचे।
इटावा सफारी पार्क के उपनिदेशक विनय कुमार सिंह ने यूनिवार्ता को बताया कि रविवार शाम तक 1300 पर्यटक सफारी पहुंचे, 1300 पर्यटकों की संख्या ऐसा महसूस कर रही है कि नए साल पर यह संख्या दुगनी भी हो सकती है।
सफारी प्रबंधन पहले ही ऐसा कह चुका है कि सफारी में नये साल में पर्यटकों के अधिक संख्या में आने की संभावनाओं को लेकर पहले से ही इंतजाम कर लिए गए हैं। पर्यटकों को घुमाने के लिए बसों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
रविवार को सुबह से ही मौसम काफी खराब था और सर्दी भी थी लेकिन सफारी घूमने के उत्साह के सामने कड़ाके की सर्दी भी बाधा नहीं बन सकी। स्थिति यह रही कि रविवार को कड़ाके की सर्दी में भी सुबह से ही सफारी में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला शुरु हाे गया था जो देर शाम तक चलता रहा। सुबह से लोग अपने परिवार के साथ प्राकृतिक माहौल में वन्यजीवों का दीदार करने के लिए सफारी पहुंचने लगे थे। दोपहर को तो सफारी में पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ हाे गई थी। सफारी प्रशासन भी पहले से ही इंतजमा किए था। सफारी में बनाए गए सेंटर को भी लोगोंं ने खूब सराहा और वहां काफी वक्त गुजारा।
पर्यटकों ने इस प्राकृतिक माहौल में सफारी में जंगल के राजा के साथ ही हिरण, एंटीलोप, सांभर, चीतल, भालू के भी दीदार किए। इसके साथ ही सफारी में इन दिनों बड़ी संख्या में मोर व अन्य पक्षी भी अठखेलियां कर रहे हैं जो पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचते हैँ।
सफारी के डिप्टी डायरेक्टर विनय कुमार् सिंह, रेंज आफीसर रुपेश श्रीवास्तव व शशांक पटेल ने व्यवस्थाएं संभाली जिससे पर्यटको काे परेशानी ना हो।