इटावा, एशियाई शेरों के सबसे बड़े आशियाने के रूप में उत्तर प्रदेश के इटावा में स्थापित सफारी पार्क में नए साल पर आने वाले पर्यटकों को सरकारी प्रबंधन शानदार उपहार प्रदान करेगा।
इटावा सफारी पार्क के निदेशक डॉ.अनिल कुमार पटेल ने शनिवार को यूनीवार्ता से बातचीत में बताया कि सफारी प्रबंधन ने तय किया है कि साल 2025 मे एक जनवरी इटावा सफारी पार्क आने वाले हर पर्यटक को एक उपहार प्रदान किया जाएगा।
यह शानदार उपहार सफारी का एक ऐसा ग्रीटिंग कार्ड होगा,जिसमें सफारी से जुड़े हुए सभी वन्यजीवों के अलावा बेहतरीन लुक से जुड़ी हुई तस्वीर भी समाहित होगी। सफारी का शानदार ग्रीटिंग कार्ड ऐसा होगा जिसको सफारी आने वाले पर्यटक अपने अपने घरों में यादगार के रूप में साल भर तक रख सकते है।
पर्यटकों को दिए जाने वाले ग्रीटिंग कार्ड में एशियाई शेर,तेंदुए,भालू,कालेहिरन,हिरन आदि की फोटो इंगित की गई है।
इसके अलावा कार्ड पर एक क्यूआर कोड भी होगा,जिससे सफारी की बेवसाइट के अलावा सफारी से जुड़ी हुई डाक्यूमेंट्री को बड़ी आसानी से पर्यटक देख पाएंगे। नए साल पर इटावा सफारी पार्क में पर्यटकों की संख्या को एक दर्जन से अधिक बसे को भी लगाया गया है ताकि जल्दी से जल्दी पर्यटक सफारी का भ्रमण कर सके।
उन्होंने बताया कि 25 दिसंबर क्रिसमस डे पर इटावा सफारी पार्क में करीब 2000 की संख्या पर्यटक इटावा सफारी पहुंचे थे, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि नए साल पर यह संख्या दुगनी के आसपास जा सकती है।
उन्होंने बताया कि 30 दिसंबर को वैसे तो इटावा सफारी पार्क बंद रखा जाता है लेकिन नए साल के दृष्टिगत 30 दिसंबर को इटावा सफारी पार्क खोला जा रहा है ताकि नए साल से पूर्व आने वाले किसी भी पर्यटक को कोई कठिनाई न हो।
उन्होंने बताया कि इटावा सफारी पार्क में भ्रमण करने हेतु आने वाले पर्यटकों एवं स्थानीय मौसम का बड़ा घनिष्ठ संबंध है। क्रिसमस, नवबर्ष एवं शीत कालीन छुट्टियों के दृष्टिगत बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे एवं पर्यटक सफारी पार्क भ्रमण हेतु आ रहे है। क्रिसमस के दिन लगभग दो हजार पर्यटकों ने इटावा सफारी पार्क में हल्की धूप छांव के बीच वन्यजीवों का दीदार किया। पर्यटकों के उत्साह एवं विद्यालयों की छुट्टियों को ध्यान में रखते हुए आने वाले नव वर्ष के अवसर पर 30 दिसम्बर सोमवार को सफारी पार्क की साप्ताहिक बंदी होने के बावजूद भी इटावा सफारी पार्क पर्यटकों के भ्रमण के लिए खुला रहेगा।
उन्होंने बताया कि वैसे तो इटावा सफारी पार्क में बड़ी तादाद में अन्य वन्य जीव भी है लेकिन सबसे बड़ा आकर्षण एशियाटिक शेरों का ही है जिनको देखने के लिए देशी विदेशी पर्यटक बड़ी तादात में साल भर पहुंचते रहते।
इटावा सफारी पार्क के उप निदेशक डॉ.विनय कुमार सिंह ने बताया कि सफारी का मुख्य आकर्षण एशियाटिक लाॅयन को देखने का पर्यटको का रहता है, इसके लिए सफारी प्रबंधन ने लायन सफारी 5 शेरो को छोड़ दिया है, जिन को देख कर के इटावा सफारी पहुंच रहे पर्यटक बेहद गदगद नजर आ रहे हैं। पहले से एक बाड़े में बंद रहा करते थे लेकिन अब उनको खुले में छोड़ दिया गया है अब पर्यटक बंद गाड़ी से जाएंगे और शेर खुले में छूटे हुए नजर आ रहे है।
इटावा सफारी पार्क पहुंच रहे पर्यटक ऐसा मानकर के चलते हैं जिस तरह से उन्हें इटावा सफारी में शेर देखने को मिल रहे हैं इस तरह से शेर देश के दूसरे किसी भी हिस्से में देखने को नहीं मिल पा रहे हैं।
राजस्थान से आए एक पर्यटक ऐसा बताते हैं कि उनके राजस्थान में रणथंभोर में भी शेर है लेकिन वह दिखाई देंगे या नहीं यह नहीं कहा जा सकता लेकिन इटावा सफारी पार्क में हर हाल में शेर नजर आएगा और जो आपको आनंद का एहसास कराएगा । जिस हिस्से में शेरों को छोड़ कर के रखा गया है वहां पर डॉक्टरों की एक टीम भी हमेशा मौजूद रहती है। इटावा सफारी पार्क में जहां 15 शेर है वही हिरन,काले हिरन,भालू,लेपर्ड,आदि भी बड़ी तादात में मौजूद है।
इटावा सफारी पार्क तक पहुंचने के लिए देश की राजधानी दिल्ली से 5 घंटे, ताज नगरी आगरा से मात्र 2 घंटे, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से मात्र 3 घंटे में और बुंदेलखंड के किसी भी हिस्से से मात्र 2 घंटे में इटावा सफारी पार्क आसानी से पहुंचा जा सकता है।
ताजनगरी आगरा के करीब होने के कारण इटावा सफारी पार्क का महत्व अपने आप में बढ़ा है। सफारी पार्क के प्रति पर्यटकों के आकर्षण में लगातार इजाफा हो रहा है। सफारी पार्क अपने आप में इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एशिया का एकमात्र ब्रीडिंग सेंटर है जिसके जरिए एशियाटिक शेरों की संख्या में इजाफा होना तय माना जा रहा है।
इटावा को पर्यटन मानचत्रि पर लाने की गरज से बीहड़ में लायन सफारी की रूपरेखा तैयार की गयी थी और इसी का नतीजा है कि आज बीहड मे स्थापित सफारी भव्य रूप मे दिखाई दे रही है।