चंडीगढ़, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज कहा कि वह अपनी पार्टी बनाने जा रहे हैं जिस पर काम जारी है और नाम तय होने पर इसका खुलासा किया जायेगा ।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पहली बार पत्रकारों से रूबरू हुये कैप्टन सिंह ने कहा कि उनकी नयी पार्टी बनाने की प्रक्रिया चल रही है तथा चुनाव चिन्ह को लेकर चुनाव आयोग को अर्जी दी है जैसे ही पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह तय हो जाता है वैसे ही उनकी घोषणा कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि पार्टी अकाली दल से अलग हुये धड़ों सहित छोटी बड़ी पार्टियों के साथ चुनावी गठबंधन करेंगी तथा सभी 117 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी । अकाली दल के पूर्व महासचिव सुखदेव सिंह ढींढसा ,पूर्व अकाली सांसद रंजीत सिंह ब्रहमपुरा ,रवि इंदर सिंह जैसे बड़े नेताओं से तालमेल करेगी और हम उनका समर्थन करेंगे और वो हमारे उम्मीदवारों का चुनाव में समर्थन करेंगे ।
उन्होंने साफ कहा कि वह उसी उद्देश्य और लक्ष्य के और पंजाब हित के मुद्दों पर चुनाव में उतरेंगे जिन पर उन्होंने कांग्र्रेस को 2017 के चुनाव में सत्ता तक पहुंचाया था । वो अलग बात है कि समय बदल गया है । कल वो कांग्रेस में थे आज वो नयी पार्टी नये कलेवर के साथ लोगों के बीच जायेंगे । उन्होंने पंजाब तथा प्रदेश के लोगों के हित के लिये हमेशा काम किया और आगे भी करते रहेंगे ।
कैप्टन सिंह ने कहा कि जो लोग उन पर ये आरोप लगा रहे हैं कि वो दिल्ली भाजपा नेताओं से मिलने और नये समीकरणों को लेकर गये थे लेकिन ये लोग इतना तक नहीं जानते कि केन्द्र तथा राज्य के बीच तालमेल के बिना विकास संभव नहीं । वो हमेशा पंजाब के हितों को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री अमितशाह से मिले और पंजाब के किसानों ,विकास की बात रखी और कल भी वो कृषि से जुड़े कुछ लोगों को लेकर दिल्ली जा रहे हैं तथा किसानों के मसले के हल के लिये उनसे मिलेंगे । वैसे भी किसानों का मसला केन्द्र तथा किसानों के बीच का मामला है क्योंकि किसान पहले ही इस बात का ऐलान कर चुके थे कि उनके मामले में कोई राजनेता नहीं आये ।
उन्होंंने कहा कि नये गठबंधन को लेकर भाजपा से अब तक कोई बात नहीं हुई है । अन्य नेताओं तथा पार्टियों से बातचीत नयी पार्टी के नाम का ऐलान होने के बाद ही संभव है ।
कैप्टन सिंह आज अपने साथ अपने मुख्यमंत्रित्व के साढ़े चार साल के उपलब्धियों तथा चुनाव घाेषणा पत्र और जो वादे उन्होंने अब तक पूरे किये,उनके दस्तावेज लेकर पत्रकारों के बीच पहुंचे और उन्होंने कहा कि इनके अलावा भी पालिसी वर्क पर भी काम किया ।
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि पंजाब सरकार के कार्यक्रम तथा नीतियों के कारण राज्य आज निवेशकों के लिये बेेहतर स्थान बन गया है और एक लाख करोड़ से अधिक का निवेश आ रहा है । टाप क्लास कंपनियां पंजाब आ रही हैं।
उन्होंने पंजाब सरकार की ओर से आठ नवंबर को बुलाये गये विधानसभा के एक दिन के विशेष सत्र के बारे में कहा कि ठीक है वो केन्द्र की ओर से सीमा सुरक्षा बल का पंजाब में दायरा बढाये जाने के विरोध में ये सत्र बुलायें लेकिन सीमा पार से आये ड्रोन ,हथियारों जो मैंने इकट्टे किये उन पर भी चर्चा करायें ।