प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश संसद को सम्बोधित किया। उन्होने ब्रिटिश संसद के बाहर लगी गांधी प्रतिमा का जिक्र करते हुये कहा कि ब्रिटिश बुद्धिमान हैं और वे अपने विरोधी की भी इज्जत करना जानतें हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री ने लंदन में बिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ साझा बयान जारी किया। नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मुल्क में असहिष्णुता की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाता है. उन्होंने कहा कि भारत गांधी और बुद्ध का देश है. उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि ब्रिटेन ने कभी उनके वहां जाने पर रोक लगाई थी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं 2003 में जब ब्रिटेन आया था तो मेरा अच्छा स्वागत हुआ था. उसके बाद मैं ही समय की कमी की वजह से नहीं आ पाया. प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिटेन और भारत के बीच असैनिक परमाणु समझौता हो गया है. मोदी से पहले बोलते हुए कैमरन ने कहा कि ब्रिटेन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन करता है. उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन भारत के साथ आर्थिक और सामरिक संबंध मजबूत करने के हक में है. ब्रिटेन भारत में तीन शहरों के आधुनिकीकरण में सहयोग करेगा. यह शहर हैं पुणे, अमरावती और इंदौर. कैमरन ने बताया कि दोनों देशों की कंपनियों के बीच 9 बिलियन पाउंड के समझौते हुए हैं. प्रधानमंत्री ने ब्रिटेन से सुरक्षा और बचाव के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि यह भविष्य में और बढ़ेगा. उन्होंने कहा, मैं खुश हूं कि ब्रिटेन फरवरी 2016 में भारत में अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में शामिल होगा. ब्रिटेन भारत के रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण में भी मजबूत साझीदार बनेगा, जिसमें रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया शामिल है.