देहरादून, तीन दिन के एक नवजात ने देर रात वॉर्ड बॉय की नींद में खलल डाला तो आरोपी ने गुस्से में आकर मासूम का पैर तोड़ दिया. उत्तराखंड के रूड़की में एक अस्पताल के वॉर्ड बॉय की यह अमानवीय करतूत कैमरे में कैद हो गई. सीसीटीवी फुटेज से यह साफ हो रहा है कि अस्पताल का कर्मचारी उस कमरे में आराम कर रहा था जहां शिशु को निगरानी के लिए रखा गया था. जब शिशु रोने लगा तो अस्पताल का वार्ड बॉय उठकर उसके पास गया और बेरहमी से उसने उसके पैर को खींचा ताकि उसका डायपर बदला जा सके.
सूत्रों के मुताबिक, रूड़की के रहने वाले वर्णिक नाम के शख्स की पत्नी ने एक निजी अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था. बच्चे की हालत नाजुक होने की वजह से डॉक्टरों ने बच्चे को आईसीयू में एडमिट कर दिया. 25 जनवरी को पैदा हुए इस शिशु को अस्पताल के चाइड केयर यूनिट में 28 जनवरी को भर्ती कराया गया था. बच्चे को सांस लेने में कुछ दिक्कत की शिकायत हो रही थी. रात के वक्त आईसीयू में एक वॉर्ड बॉय की ड्यूटी लगाई गई थी. देर रात बच्चा अचानक रोने लगा. बच्चे के रोने की वजह से वॉर्ड बॉय की नींद खुल गई. वॉर्ड बॉय ने पहली बार उसे किसी तरह सुला दिया. लेकिन थोड़ी देर बाद बच्चा फिर रोने लगा. नींद में खलल पड़ती देख गुस्से में आकर वॉर्ड बॉय ने मासूम का पैर मरोड़ दिया. पैर टूटने के बाद बच्चा दर्द से बेतहाशा रोने लगा.
आरोपी वॉर्ड बॉय ने फौरन डॉक्टरों को बच्चे के रोने की सूचना दी. डॉक्टर भी माजरा समझ नहीं पाए. जिसके बाद डॉक्टरों ने मासूम के परिजनों से उसे फौरन देहरादून अस्पताल ले जाने की सलाह दी. देहरादून अस्पताल में उन्हें मासूम के पैर की हड्डी टूटने के बारे में पता चला. बच्चे के पिता ने रूड़की स्थित अस्पताल से इसकी शिकायत की.
अस्पताल प्रशासन ने पिता की बात सुनने के बजाय उन्हें अस्पताल से बाहर निकाल दिया. पीड़ित पिता ने पुलिस से इसकी शिकायत की. पुलिस ने मामले की जांच करते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो सारा सच बाहर आ गया. सीसीटीवी फुटेज में आरोपी वॉर्ड बॉय बच्चे का पैर तोड़ते हुए नजर आ रहा था. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि तेजी से रोते हुए बच्चे को देखने के बाद भी वार्ड बाय अपना काम आराम से करता रहा. लआरोपी अस्पताल कर्मी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है.