लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी के रणनीतिकारों में शुमार रहे, निष्कासित नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर अपने निकाले जाने का खुलासा किया।उन्होंंने मायावती पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। अपनी बातों को साबित करने के लिए नसीमुद्दीन ने कुछ रिकॉर्डिंग्स भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुनाई।उन्होने बसपा प्रमुख मायावती पर आरोप लगाया है कि वह अब बसपा को समाप्त करना चाहतीं हैं।
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पिछले 3 दशकों से मायावती के वफादार रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सिद्दीकी ने प्रेस कॉन्फ्रेंंस कर मायावती के खिलाफ कई खुलासे किए। उन्होंने मायावती पर गंभीर आरोप लगाते हुये कहा कि उन्होंने मुझसे 50 करोड़ की डिमांड की। मैंने कहा इतना पैसा कहां से लाऊं तो कहने लगीं कि अपनी प्रॉपर्टी बेच दो। मैंने कहा कि मैं अपनी प्रॉपर्टी बेच भी दूं तो भी चौथाई पैसा नहीं जुटेगा। बोलीं आगे बढ़ना है तो ऐसा करो। मायावती ने कहा, किसी से भी मांगो और पैसे की व्यवस्था करो। मैंने कई लोगों के सामने हाथ फैलाए। प्रॉपर्टी बेचने की कोशिश की।
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नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि मायावती जब बदायूं से चुनाव लड़ रही थीं आपने मुझे इलेक्शन एजेंट और चुनाव प्रभारी बनाया था। उस वक्त मेरी आठ साल की बड़ी बेटी बीमार हो गई। पत्नी ने कहा चले आओ, मुझे लगता है कि बचेगी नहीं। मैंने बहन जी से बात की। मैंने कहा कि मेरी सिर्फ एक बेटी है सबसे बड़ी संतान है। चले जाओगे तो मैं चुनाव हार जाऊंगी, तुम्हें नहीं जाना है। चाह कर भी मैं नहीं गया, दूसरे दिन मेरी बेटी मर गई। इसके बाद भी बहन जी ने मुझे छुट्टी नहीं कहा जो होना था हो गया।
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नसीमुद्दीन ने कहा कि मायावती सारे केस मुझ पर लगवाती रहीं। मेरी कोई कुर्बानी नहीं याद है उनको? मैं समझ गया था कि मुझे निकाला जाएगा। लेकिन जिस पार्टी को 34 साल मैंने खून पसीने से सींच कर यहां तक पहुंचाने का काम किया था, उसे छोड़ने का मन नही किया। कांशीराम की कुर्बानी और बाबा साहब की प्रेरणा से चलने वाला मैं भी एक कार्यकर्ता हूं।
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नसीमुद्दीन ने कहा कि सतीश मिश्रा ने मेरी संपत्ति को भी बेनामी बता दिया। 155 दलितों को निर्वासित करके सतीश मिश्रा का महल बना है। 2003 में ताज कॉरिडोर के मामले में जब मेरी और मायावती की संपत्ति की जांच हुई तो सीबीआई ने लिखा कि नसीमुद्दीन की संपत्ति के खिलाफ कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई और अब मायावती, सतीश चंद्र मिश्रा और आनंद की संपत्ति खोल दूंगा तो तमाशा बन जाएगा। मेरे पास ऐसे सुबूत हैं कि खोल दूंगा तो पूरी दुनिया में भूचाल आ जाएगा।
सिद्दीकी ने बड़ा खुलासा करते हुये कहा कि मायावती किसे मरवाना चाहती थीं सब प्रमाण सहित खोलूंगा लेकिन बाद में, अभी सिर्फ खुद पर लगे आरोपों का जवाब दूंगा। मायावती को मुझसे ज्यादा आनंद कुमार भी नहीं जानते क्योंकि वो दूर थे।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि मायावती के कई गिरोह हैं। एक अपराधियों का भी गिरोह है। ये गिरोह उनकी खिलाफत करने वालों को पिटवाने, गाड़ी जलवाने जैसे काम करता है। नेताओं के खिलाफ नारे लगाता है। मैं सबकी जन्म़कुंडली जानता हूं। मैं ये भी जानता हूं कि मैं जो भी बोल रहा हूं इसके बाद उस गिरोह से मेरा घर जलवा सकती हैं और मेरे घर परिवारवालों पर हमला करवा सकती हैं। उन्होने कहा कि जहां तक मेरा सवाल है, मैंने आर्मी का नमक खाया। मुझे कई बार लाशों को बर्फ के पहाड़ में कंधों पर लादकर भी लाना पड़ा है। मैं इन अपराधियों से नहीं डरता हूं जो करवाना है करवा लें। अब बीएसपी से बाहर हूं गलत बात नहीं सुनूंगा।
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बहुजन समाज पार्टी के रणनीतिकारों में शुमार रहे पार्टी महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पत्नी हुस्ना सिद्दीकी और बेटे अफजल सिद्दीकी के साथ आज बसपा से निष्कासित कर दिया गया। उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के साथ ही विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों से पैसे लेने का आरोप था। बसपा अध्यक्ष मायावती के श्री सिद्दीकी को पत्नी और बेटे समेत पार्टी से निकालने सम्बन्धी निर्णय के बारे में राज्यसभा सदस्य और पार्टी महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया था कि सिद्दीकी को मायावती ने कई बार बुलाया। उन्हें कई संदेश भेजे गये लेकिन वह अपना पक्ष रखने नहीं आये।