नयी दिल्ली, नागालैंड के राज्यपाल आर एन रवि नागा समूहों के संगठन नागा नेशनल पॉलीटिकल ग्रुप्स (एनएनपीजी) के नेताओं के साथ यहां बैठक कर सकते हैं।
श्री रवि नागालैंड में शांति वार्ता के लिए केंद्र और उग्रवादी समूहों के बीच मुख्य संभाषी भी हैं। दोनों पक्षों के बीच शांति वार्ता इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है कि एनएनएमजी की कार्यसमिति ने पूर्व में केंद्र की मोदी सरकार के साथ समझाैते पर हस्ताक्षर के लिए उत्सुकता जतायी थी। शांति प्रक्रिया के लिए प्रधानमंत्री की ओर से अक्टूबर अंत तक की समय सीमा तय किए जाने के परिप्रेक्ष्य में भी राज्यपाल इस बैठक के लिए आतुर हैं।
सूत्रों के मुताबिक केंद्र और एनएनपीजी ने शांति वार्ता में प्रगति की है और एक ‘स्थायी और समावेशी’ फार्मूले को लेकर सहमत हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक इससे पहले सोमवार को श्री रवि और नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालिम (इसाक-मुइवा) के बीच ‘नागा ध्वज और संविधान’ पर जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए बैठक हुई थी।