निधन के 31 साल बाद इस शख्सियत को भेजा गया 48 हजार का टैक्स….
February 8, 2018
इलाहाबाद , हमारा सिस्टम कितना धीमा है इसका एक ताजा उदाहरण उस समय देखने को मिला जब इस शख्स के निधन के 31 साल बाद इलाहाबाद नगर निगम ने 48 हजार का हाउस टैक्स का नोटिस भेज दिया.
हिन्दी की सुविख्यात कवयित्री महादेवी वर्मा के निधन के 31 वर्षों के बाद उनके नाम पर इलाहाबाद नगर निगम द्वारा जारी गृहकर नोटिस को लेकर हिन्दी साहित्य से जुड़े लोगों में जबरदस्त नाराजगी है, जबकि नगर निगम इस मामले में खुद को सही ठहरा रहा है. इलाहाबाद नगर निगम के टैक्स विभाग के अधिकारियों ने महादेवी वर्मा के नाम 48 हजार गृहकर वसूली का नोटिस भेजा है.
महादेवी वर्मा का निधन वर्ष 1987 में हो चुका है लेकिन नगर निगम ने इसे संज्ञान में लिये बिना ही नोटिस जारी कर दिया गया है. इलाहाबाद के अशोक नगर स्थित महादेवी वर्मा के आवास में अब उनके दत्तक पुत्र रामजी पाण्डेय का परिवार रहता है. इस आवास पर अब तक 28,172 रुपये गृहकर बकाया दिखाते हुए इसमें 16,644 रुपये ब्याज जोड़ा गया है. साथ ही चालू वर्ष का 3234 रुपये और 25 रुपये शुल्क जोड़ते हुए नोटिस जारी की गयी है.
रामजी पाण्डेय के बड़े बेटे बृजेश पाण्डेय के मुताबिक, वर्ष 1997-98 में उन्होंने नगर निगम को इस बंगले के ट्रस्ट के अधीन होने की जानकारी दे दी थी, जिसके बाद से गृहकर का कोई बिल कभी उन्हें प्राप्त ही नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के इस तरह से नोटिस जारी किए जाने से एक महान शख्सियत का अपमान हुआ है.