नयी दिल्ली, कांग्रेस ने कहा है कि राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को निष्पक्ष होकर सदन चलाना चाहिए लेकिन उनका रवैया पक्षपातपूर्ण है और सरकार भी तानाशाही कर रही है।
कांग्रेस नेता अजय माकन तथा प्रमोद तिवारी ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विपक्ष को राज्यसभा में महत्व नहीं दिया जा रहा है । सदन में जो महत्व विपक्ष को मिलना चाहिए, वह नहीं मिल रहा है और उसकी आवाज को दबाया जा रहा है तो फिर लोकतंत्र कैसे जिंदा रहेगा।
श्री तिवारी ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता जब भी सदन में बात रखना चाहते हैं तो उन्हें विशेष तरजीह मिलती है लेकिन कुछ समय से महसूस हो रहा है कि ऐसा नहीं हो रहा है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता का पांच दशक का संसदीय अनुभव है और सदन में अचानक उनका माइक बंद कर दिया जाता है। वह अपनी बात भी नहीं रख पाते हैं और उन्हें बोलने से रोक दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि सदन में विपक्ष के नेता को बोलने से रोकना देश के 140 करोड़ लोगों की आवाज दबाना है। उन्होंने सत्ता पक्ष के घनश्याम तिवाड़ी का नाम लिया और कहा कि वह जिस तरह की भाषा सदन में बोल रहे थे, वह अशोभनीय है। उनका कहना था कि सदस्य ने बाहर माफी मांगी है, लेकिन उसी तरह का व्यवहार सदन में होना चाहिए ताकि सदन के सामने आये।
श्री तिवारी ने कहा कि पार्टी ने सदन में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है और पार्टी को उसको लेकर सरकार के फैसले का इंतजार है। विपक्ष के नेता को जो तवज्जो मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल रही है और उन्हें इस तरह से रोका जाना अनुचित है।