नेपाल के युवा नेता कौशल कुमार यादव ने, भारत- नेपाल रिश्तों को बताया अहम
December 28, 2017
लखनऊ, नेपाल के युवा नेता, विधायक और पूर्व सांसद कौशल कुमार यादव ने भारत- नेपाल रिश्तों को अहम बताया है। उन्होने कहा कि नेपाल के भारत के साथ धार्मिक और एेतिहासिक संबंध हैं।पूर्व सांसद कौशल कुमार यादव आज अपने भारत दौरे के अंतर्गत लखनऊ मे थे।
NEWS85.IN को दिये एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू मे कौशल कुमार यादव ने बताया कि नेपाल मे हाल ही मे संपन्न ऐतिहासिक चुनावों के साथ ही राजतंत्र की समाप्ति के बाद 2008 में शुरू हुई द्विसदन संसदीय परंपरा में बदलाव की प्रक्रिया पूरी हो गई है। उन्होने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के पूरा होने के साथ ही वर्ष 2015 के संविधान के मुताबिक, संसदीय परंपरा के अनुसार कामकाज होगा।
नेपाल में प्रतिनिधि सभा की 165 सीटों के लिये संसदीय और प्रांतीय विधानसभाओं के चुनाव के लिए दो चरणों में 26 नवंबर और सात दिसंबर को मतदान हुए थे। संसदीय चुनाव में वाम गठबंधन की बंपर जीत हुई है। पूर्व सांसद कौशल कुमार यादव ने बताया कि दो मधेसी पार्टियों को पांच सीटें मिली हैं। उपेंद्र यादव के नेतृत्व वाली फेडरल सोशलिस्ट फोरम को दो सीटें मिली हैं, वहीं महंत ठाकुर के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनता पार्टी को तीन सीटें मिली हैं।
नेपाल मे मद्धेशियों के साथ होने वाले भेदभाव पर कौशल कुमार यादव ने बताया कि मद्धेशियों को उनके अधिकार और सत्ता मे भागीदारी दिलाने के लिये लगातार संघर्ष करने का उनका संकल्प है और वह नेपाल मे बराबरी का हक दिलाकर रहेंगे।उन्होने बताया कि हमारी लड़ाई सामाजिक भेदभाव को लेकर है।
उन्होने नेपाल के भारत के साथ धार्मिक और एेतिहासिक संबंधों का जिक्र करते हुये कहा कि हमारे संबंधों के तार तो अयोध्या से जुड़े हुये हैं। नेपाल मे भी हमे भारतीयों के ज्यादा करीब माना जाता है।कौशल कुमार यादव, उपेंद्र यादव के नेतृत्व वाली फेडरल सोशलिस्ट फोरम से विधायक हैं।वह प्रांतीय सरकार मे मुखयमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। इससे पहले वह सांसद भी रह चुकें हैं।