नई दिल्ली, नोटबंदी के 50वें दिन भी बैंकों और एटीएम में कैश की समस्या दूर नहीं हो सकी। खासकर देहात क्षेत्र की अधिकांश बैंक शाखाओं में कई दिलों से से पैसा नहीं आने से हालात बेकाबू हो गए हैं।
बुधवार को कई बैंकों की शाखाओं में लोगों ने जमकर हंगामा हुआ। बैंकों की ज्यादातर ब्रांचों में भी लोगों को पैसा नहीं मिल पाया। नोटबंदी के बाद से ही बैंकों नई करेंसी आने में देरी होने से लोग हंगामा करते आ रहे हैं। शहरी क्षेत्रों की शाखाओं में भी कैश के लिए भटक रहे हैं।
नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद भी लोगों की पैसे को लेकर दिक्कत दूर नहीं हो पाई है। शहरी क्षेत्र की सिंडिकेट बैंक, इलाहाबाद बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक की कई शाखाओं में पैसा नहीं होने पर लोगों ने जमकर हंगामा किया। जबकि देहात क्षेत्र की अधिकांश शाखाओं में एक सप्ताह से पैसा नहीं पहुंचने से लोग परेशान है। लीड बैंकों का सबसे बुरा हाल है। लीड बैंक होने के बावजूद उन बैंकों की शाखाओं मे पैसै नही है। कई बैंक कर्मचारियों का कहना है कि लीड बैंक होने के बावजूद रिजर्व बैंक से पैसा ऐक्सिस बैंक जैसे निजी बैंक को भेजा जा रहा है, जबकि करेंसी चेस्ट लीड बैंक के पास है। उनके यहां पर पैसा आना चाहिए। हमें प्राइवेट बैंक से पैसा लेना पड़ रहा है। जबकि प्राइवेट बैंकों का काले धन को सफेद करने के मामले पकड़े जाने पर रिकाॅर्ड खराब हो रहा है। इसके बाद भी रिजर्व बैंक के अधिकारी वहीं पर पैसा भेज रहे हैं। एक सप्ताह से कई बैंक शाखाओं को पैसा नहीं पहुंच पा रहा।